मुंबईPublished: Jun 03, 2019 06:05:35 pm
Devkumar Singodiya
जैन श्वेतांबर तेरापंथ सभा का पांच दिवसीय शिविर
जैन श्वेतांबर तेरापंथ सभा
मुंबई. जैन श्वेतांबर तेरापंथ सभा की ओर से ठाणे में पांच दिवसीय महाराष्ट्र स्तरीय कन्या संस्कार निर्माण शिविर साध्वी अणिमाश्री और साध्वी मंगलप्रज्ञा के सानिध्य में आयोजित किया गया। शिविर के तीसरे दिन ग्राफोलोजिस्ट एवं मोटिवेशनल स्पीकर प्रीति धाकड़ ने कहा कि आपके जीवन में पांच एरिया होने चाहिए, जिनमें आपके एक-एक लक्ष्य निर्धारित होने चाहिए। लक्ष्य निर्धारण एवं प्रबंधन विषय पर पर श्रीमती धाकड़ ने कहा कि बिना लक्ष्य साधे सफलता हासिल नहीं की जा सकती है। लक्ष्य निर्धारित करने के लिए यह विचार करनाा चाहिए कि उन्हें कैसे हासिल किया जा सकता है। यानी बिना लक्ष्य निधारित किए आगे नहीं बढ़ा जा सकता है। जब मंजिल सामने होगी तो उस तक पहुंचने के रास्ते भी हमें ही तलाशने होंगे। कौन सा रास्ता सही होगा, उसके लिए कौन मार्गदर्शक होगा और कौन हमसफर। जीवन में पांच क्षेत्र हैं, जिनमें हमें लक्ष्य तय करने होंगे वे हैं, फिजीकल, सोश्यल, बौद्धिक, भावनात्मक और आध्यात्म
रिश्तों को मजबूत करें
हमें खुद को स्वस्थ रखना होगा और इसके लिए अपनी दिनचर्या को नियमित करना होगा। नियमित व्यायाम के साथ-साथ खान-पान पर भी ध्यान रखना होगा। क्या खाना है और क्या नहीं। स्वाद सबको पसंद होता है लेकिन स्वाद में ज्यादातर लोग अपनी सेहत को नकार देते हैं जो कि घातक है। हम सामाजिक प्राणी हैं तो सामाजिक रिश्तों को मजबूत बनाए रखना भी हमारी सोच में होना चाहिए। रिश्तों की मिठास को बनाए रखने के लिए सम्मान, स्नेह, समर्पण एवं समायोजन बहुत जरूरी होता है। कैसी और कितनी पढ़ाई पढ़ाई करनी है। कौन श्रेष्ठ सलाहकार हो सकता है आदि-आदि। आध्यात्म के बिना जीवन पशु समान है। गुरू शिविर में राज्यभर से करीब 200 बच्चियों ने भाग लिया।