उल्लेखनीय है कि उल्हासनगर मनपा प्रशासन ने सौ करोड़ रुपए का लक्ष्य निर्धारित करते हुए दुकानदारों से अपील की थी कि संपत्ति कर समय पर अदा करें। इस बीच नगरसेवकों ने अभय योजना लागू करने का दबाव बनाया। अभय योजना के तहत संपत्ति कर की मूल रकम जमा करने पर जुर्माना राशि माफ की गई थी। लेकिन अभय योजना के तहत केवल 27 करोड़ रुपए ही जमा हुए।
300 करोड़ रुपए से ज्यादा का बकाया
स्थानीय संस्था कर के उपायुक्त युवराज भदाणे ने बताया कि अभय योजना से बहुत कम वसूली हुई। अभी 55 हजार 500 दुकानदारों पर संपत्ति कर बकाया है। यह रकम 300 करोड़ से भी ज्यादा है।
दुकानदार उदासीन
दुकानदारों की उदासीनता के मद्देनजर मनपा आयुक्त अच्युत हांगे के आदेश पर सभी को नोटिस जारी किया गया है। चुनावी बेला में दुकानदार राजनीतिक समर्थन जुटाने का प्रयास भी कर रहे हैं।