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अब आम आदमी भी चख सकेगा हापुस का स्वाद

locationमुंबईPublished: May 21, 2020 10:13:51 pm

Submitted by:

Subhash Giri

कम से कम 10 हजार की खरीदारी करने वाले लोगों को ही मार्केट में प्रवेश दिया जाएगा
100 रुपए से लेकर 250 रुपए दर्जन के भाव से हापुस की विक्री
 

अब आम आदमी भी चख सकेगा हापुस का स्वाद

अब आम आदमी भी चख सकेगा हापुस का स्वाद

रमाकांत पांडेय
नवी मुंबई. पिछले दस दिनों से बंद फल एवं कांदा-बटाटा मार्केट गुरुवार से शुरू हो गया है। सामान्य लोगों के लिए राहत की बात यह है कि अब हापुस का स्वाद वो भी चख सकेंगे क्योंकि मार्केट शुरू होने के साथ-साथ हापुस का भाव भी काफी गिर गया है। 100 रुपए से लेकर 250 रुपए दर्जन के भाव से हापुस की विक्री हुई है। कुछ नियम व शर्तों के साथ फलमंडी को शुरू किया गया है। मार्केट में एक हजार तक उपभोक्ताओं को जाने की अनुमति है तथा कम से कम 10 हजार की खरीदारी करने वाले लोगों को ही मार्केट में प्रवेश दिया जाएगा। फलमंडी शुरू होते ही पहला दिन 208 गाडिय़ों की आवक हुई है, जबकि कांदा-बटाटा मार्केट में 161 गाड़ी की आवक दर्ज की गई है। लेकिन व्यापारियों में वह उत्साह नही है।
फुटकर विक्रेता वसूल रहे मनमानी कीमत
एपीएमसी मार्केट की वजह से नवी मुंबई में बढ़ रहे कोरोना रोगियों की संख्या को देखते हुए प्रशासन ने एक सप्ताह के लिए मार्केट को बंद कर दिया था। हालांकि एक सप्ताह बाद सोमवार से तीन मंडियों को खोल दिया गया था लेकिन फलमंडी एवं कांदा-बटाटा मार्केट को गुरुवार से शुरू किया गया है। पिछले 10 दिनों से फलमंडी बंद होने की वजह से फुटकर विक्रेता मनमानी भाव वसूल रहे थे लेकिन गुरुवार से फलमंडी शुरू होने से आम नागरिकों में इस बात को लेकर खुशी है कि अंतिम समय पर कम कीमत में हापुस का स्वाद चखने का अवसर मिलेगा।
मई माह हापुस के लिए अच्छा मौसम
मई महीना हापुस आम के लिए अच्छा मौसम है। इस सीजन में बाजार में पैर रखने तक के लिए जगह नहीं रहता, क्योंकि इस महीने में अलग-अलग कई प्रकार के आमों का आगमन भारी मात्रा में बिक्री के लिए बाजार में आते हैं। जबकि हापुस आम अपने अंतिम चरण पर रहता है। मार्केट में हापुस आम के अलावा कलिंगड, पपीता, तरबूज, खरबूज की आवक भरपूर मात्रा में होती है। इस साल मई महीने में आने वाले रमजान पर फलों की अत्यधिक मांग होने के कारण किसानों ने तीन महीने पहले तरबूज, खरबूज और पपीता की खेती तैयार किया था। उम्मीद थी कि तीन महीने में फसल तैयार हो जाएगी और किसानों के साथ व्यापारियों को अच्छा मुनाफा होगा, लेकिन कोरोना की वजह से लॉकडाउन शुरू होने के कारण किसानों के उम्मीदों पर पानी फिर गया। मार्केट में 200 गाडिय़ों के आने की अनुमति है, तथा एक हजार से अधिक उपभोक्ताओं के आने पर पाबंदी है।
10 हजार तक खरीदारी करने वाले को इजाजत
हापुस के कीमत में काफी गिरावट भी आ गई है, मार्केट में उसी ग्राहक को अंदर आने की अनुमति दी जाएगी जो 10 हजार से ऊपर की खरीदारी करेगा। आने-जाने वाले सभी वाहनों का सेनिटाइजेशन किया जाएगा, आने जाने वाले लोगों का थरमामीटर जांच से होकर गुजरना होगा, मॉस्क लगाना अनिवार्य है और सोशल डिस्टेंसिंग का भी विशेष ध्यान रखा जाएगा। संजय पानसरे संचालक फलमंडी

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