मोटरमैन और गार्ड के डिब्बों में लगेंगे जीपीएस
गौरतलब है कि अभी तक मुंबई लोकल जीपीएस से नहीं जुड़ी होने के चलते लोगों को स्टेशनों पर लंबे समय तक इंतजार करना होता है। लोगों को यह तक पता नहीं चल पाता कि आखिर कब तक उनकी ट्रेन आएगी। इससे स्टेशनों पर भीड़ जमा हो जाती है। इससे बचने के लिए रेलवे ने ट्रेनों में जीपीएस लगाने का निर्णय लिया है। इससे यात्रियों को पता चलेगा कि वे जिस ट्रेन से सफर करना चाहते हैं, वह कहां पहुंची है। कितने समय में वह उनके स्टेशन पर पहुंच जाएगी। सेंट्रल रेलवे के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि हमने यह योजना बनाई है कि सभी लोकल ट्रेनों के मोटरमैन और गार्ड के डिब्बों में ये जीपीएस लगाएंगें। जब मोटरमैन ट्रेन में चढ़ता है तो वह ट्रेन का नंबर फीड करता है। हमारी योजना है कि इसी समय यह ट्रेन नंबर जीपीएस सिस्टम से जुड़ जाए और मेरी रेल ऐप पर हर यात्री ट्रेन की सही जानकारी ले सकें।
गौरतलब है कि अभी तक मुंबई लोकल जीपीएस से नहीं जुड़ी होने के चलते लोगों को स्टेशनों पर लंबे समय तक इंतजार करना होता है। लोगों को यह तक पता नहीं चल पाता कि आखिर कब तक उनकी ट्रेन आएगी। इससे स्टेशनों पर भीड़ जमा हो जाती है। इससे बचने के लिए रेलवे ने ट्रेनों में जीपीएस लगाने का निर्णय लिया है। इससे यात्रियों को पता चलेगा कि वे जिस ट्रेन से सफर करना चाहते हैं, वह कहां पहुंची है। कितने समय में वह उनके स्टेशन पर पहुंच जाएगी। सेंट्रल रेलवे के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि हमने यह योजना बनाई है कि सभी लोकल ट्रेनों के मोटरमैन और गार्ड के डिब्बों में ये जीपीएस लगाएंगें। जब मोटरमैन ट्रेन में चढ़ता है तो वह ट्रेन का नंबर फीड करता है। हमारी योजना है कि इसी समय यह ट्रेन नंबर जीपीएस सिस्टम से जुड़ जाए और मेरी रेल ऐप पर हर यात्री ट्रेन की सही जानकारी ले सकें।
मेरी रेल ऐप से जुड़ेगा जीपीएस
इसके लिए रेलवे ने एक ठेकेदार नियुक्त किया है, जो ट्रेनों में जीपीएस लगाएगा और मेरी “रेल ऐप” बनाएगा। वह रेलवे को सालाना साढ़े सात लाख रूपए भी देगा। मेरी रेल ऐप हर यात्री के लिए फ्री में उपलब्ध होगा। अगस्त महीने में इस कार्य को पूरा करने की योजना है।
जीपीएस सिस्टम से जुड़ेगा अनाऊंसमेंट
वर्तमान में रेलवे की अनाऊसमेंट में भारी गड़बडियां सामने आ रही हैं। अनाऊंसर को सही समय पर सही जानकारी न होने के चलते कई बार ठीक से अनाऊसमेंट नहीं हो पाता। इसके चलते कई बार यात्रियों को भारी परेशानी होती है। रेल सूत्रों की माने तो आने वाले दिनों में रेलवे अनाऊंसमेंट को जीपीएस प्रणाली से जोड़कर इसे बेहतर करने की तैयारी में हैं। यदि रेलवे जीपीएस से अनाऊसमेंट को जोड़ देती है तो सेंट्रल से यात्रा करने वालों की सुविधाओं में और इजाफा होग।
वर्तमान में रेलवे की अनाऊसमेंट में भारी गड़बडियां सामने आ रही हैं। अनाऊंसर को सही समय पर सही जानकारी न होने के चलते कई बार ठीक से अनाऊसमेंट नहीं हो पाता। इसके चलते कई बार यात्रियों को भारी परेशानी होती है। रेल सूत्रों की माने तो आने वाले दिनों में रेलवे अनाऊंसमेंट को जीपीएस प्रणाली से जोड़कर इसे बेहतर करने की तैयारी में हैं। यदि रेलवे जीपीएस से अनाऊसमेंट को जोड़ देती है तो सेंट्रल से यात्रा करने वालों की सुविधाओं में और इजाफा होग।