विदित हो कि झोपड़ी मुक्त मुंबई के लिए विकास कार्यों को बहुत ही योजनाबद्ध तरीके से लेना पड़ेगा और सरलता से उपलब्ध घर बनाने के लिए झोपड़ी प्राधिकरण, महापालिका, म्हाडा, नगर विकास जैसे विभिन्न यंत्रणाएं कार्य को अंजाम देने में जुटी पड़ी हैं। इसके बजाय मुंबई के लिए एक ही प्राधिकरण बनाने के संदर्भ में विचार किया जा सकता है। मुंबई की जनता को स्वच्छ पानी की पूर्ति के लिए पुरानी पाइप लाइनों को बदलने की आवश्यकता है। स्ट्रीट फर्निशिंग के अंतर्गत मुंबई के रास्तों के चिन्ह भी एक समान होने चाहिए। वैसे ही रास्तों की समानता पर भी विचार किया जा रहा है।
उल्लेखनीय है कि मुख्यमंत्री का कहना है कि वेस्टर्न एक्सप्रेस और ईस्टर्न एक्सप्रेस हाईवे के फ्लाईओवर के नीचे जाने वाले रास्तों की भी साफ-सफाई का ध्यान रखा जाए। वहां पर शौचालय या सुंदरीकरण हो सके, जैसे कार्य को अंजाम दिया जाना चाहिए। वहीं पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए भी विविध चर्चा की गई। मुंबई के रास्तों की ध्रुवीकरण के लिए नए तंत्र ज्ञान उपयोग में लाए जाएं, ऐसा कहना है मंत्री जयंत पाटिल का। पालिका की ओर से तैयार की गई स्वास्थ्य व्यवस्था, शिक्षण स्वच्छता, जल आपूर्ति जैसे आदि विषयों पर ग्राफिक डिजाइन से बताया गया और ग्राफिक डिजाइन करने वाले पालिका कर्मचारी को मुख्यमंत्री के हाथों स्वागत सत्कार भी किया गया।