तीन साल पहले दिया था प्लान रेलवे एक्टिविस्ट भावेश पटेल के मुताबिक दादर में लोकल से होने वाली मौतें रोकी जा सकती हैं। इसके लिए रेल अफसरों को संवेदनशील बनना होगा। उन्होंने बताया कि फिल्मकार जावेद अख्तर ने राज्यसभा में प्रश्र उठाया था कि जब भावेश पटेल नाम के बंदे के पास एक ठोस प्लान है, जिससे दादर में मौतों का आंकड़ा जीरो किया जा सकता है, तो फिर रेलवे उस पर ठोस कदम क्यों नहीं उठाती। रेलवे बोर्ड के आदेश पर सेंट्रल रेलवे में कुछ काम किया गया, मगर फिर ठंडे बस्ते में डाल दिया गया। भावेश ने दादर में कुछ जगहों पर फेंसिंग लगाने का सुझाव दिया है। साथ ही वे चाहते हैं कि प्लेटफॉर्म के एंड एल आकार में बनाए जाएं, ताकि कोई गिरे भी तो गैप में फंस जाए न कि ट्रैक पर गिर पड़े। उन्होंने प्लेटफार्म नंबर एक पर गाड़ी को तीन डिब्बे पीछे रोकने की सलाह दी थी।
डीआरएमने रखी चुनौती पत्रिका की मुहिम को सही मानते हुए रेल मंत्री ने सेंट्रल और वेस्टर्न रेलवे प्रशासन को जन हानि रोकने के लिए जरूरी उपाय करने का आदेश दिया है। सेंट्रल रेलवे और वेस्टर्न रेलवे के डीआरएम ने पत्रिका के साथ खास बातचीत में खुलासा किया कि वे लोकल ट्रेन से जुड़े हादसों पर अंकुश के लिए किन उपायों पर काम कर रहे हैं। इसी कड़ी में सेंट्रल के डीआरएम ने अधिकारियों के समक्ष चुनौती रखी थी, जिसे एडीआरएम ने स्वीकार किया है। सेंट्रल रेलवे का यह अफसर दादर में चार स्थानों पर ऐसे उपाय करेगा, ताकि वहां पर लोकल ट्रेन से किसी की भी मौत न हो। खास यह कि एडीआरएम ने अपना काम शुरू कर दिया है।