scriptअधिकारी का संकल्प, अप्रैल से दादर में नहीं होगी लोकल से मौत | Officer's resolutions will not happen in Dadar from April, death from | Patrika News

अधिकारी का संकल्प, अप्रैल से दादर में नहीं होगी लोकल से मौत

locationमुंबईPublished: Jan 31, 2019 08:02:15 pm

Submitted by:

arun Kumar

लोकल ट्रेन हादसों पर पत्रिका की मुहिम का असर

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वेस्टर्न, सेंट्रल रेलवे की लोकल सेवा के चलते दादर में होती है भीड़

अरुण लाल मुंबई.

मायानगरी की धड़कन लोकल ट्रेन हादसों पर अंकुश से जुड़ी पत्रिका की मुहिम का असर साफ दिख रहा है। वेस्टर्न रेलवे और सेंट्रल रेलवे ऐसे कई उपायों पर काम कर रही हैं, ताकि लोकल ट्रेन हादसों में जन हानि न हो। यात्रियों की सुरक्षा से जुड़ी कवायद के बीच सेंट्रल रेलवे के एक वरिष्ठ अधिकारी ने दादर स्टेशन का हादसा मुक्त बनाने की चुनौती स्वीकारी है। दादर स्टेशन पर यह अधिकारी ऐसे उपाय करेगा ताकि लोकल ट्रेन से किसी की भी मौत न हो। हालांकि यह चुनौती आसान नहीं है, फिर भी उन्हें भरोसा है कि वे लक्ष्य को हासिल करेंगे। मुंबई में तीन लोकल ट्रेन सेवाएं संचालित होती हैं। सेंट्रल रेलवे मुख्य लाइन के साथ ही हार्बर लाइन की लोकल सेवा चलाती है। वेस्टर्न रेलवे का अलग लोकल सेवा नेटवर्क है। इनमें से वेस्टर्न और सेंट्रल रेलवे की मुख्य लाइन की लोकल सेवा का संगम दादर स्टेशन पर होता है। यही कारण है कि दादर में लोकल ट्रेन यात्रियों की सबसे ज्यादा भीड़ होती है। फिर भी सेंट्रल रेलवे के एडीआरएम स्तर के अधिकारी ने बीड़ा उठाया है कि मार्च तक वे लोकल हादसों में मौत के आंकड़े को जीरो कर देंगे। आंकड़े बताते हैं कि साल भर में दादर स्टेशन पर औसतन 60 लोगों की मौत लोकल ट्रेन हादसों में होती है और इतने ही लोग घायल भी होते हैं। मुंबई में पिछले साल लोकल ट्रेन हादसों में तकरीबन तीन हजार लोगों की मौत हुई थी।
प्रयोग सफल हुआ तो अन्य जगहों पर होगा अमल : सेंट्रल रेलवे के डीआरएम संजय कुमारजैन ने बताया कि हमने दो स्थानों पर काम शुरू किया है। बीजू डॉमनिक के साथ एक टीम ठाणे में काम कर रही है। रेलवे की दूसरी टीम दादर में काम कर रही है। हमारी दोनों टीमें इस मामले में बेहद गंभीर हैं। जैन ने कहा कि यह प्रयोग सफल रहे तो आनेवाले दिनों में अन्य जगहों पर भी हादसे रोकने के लिए इसी तरह के उपाय किए जाएंगे।
तीन साल पहले दिया था प्लान

रेलवे एक्टिविस्ट भावेश पटेल के मुताबिक दादर में लोकल से होने वाली मौतें रोकी जा सकती हैं। इसके लिए रेल अफसरों को संवेदनशील बनना होगा। उन्होंने बताया कि फिल्मकार जावेद अख्तर ने राज्यसभा में प्रश्र उठाया था कि जब भावेश पटेल नाम के बंदे के पास एक ठोस प्लान है, जिससे दादर में मौतों का आंकड़ा जीरो किया जा सकता है, तो फिर रेलवे उस पर ठोस कदम क्यों नहीं उठाती। रेलवे बोर्ड के आदेश पर सेंट्रल रेलवे में कुछ काम किया गया, मगर फिर ठंडे बस्ते में डाल दिया गया। भावेश ने दादर में कुछ जगहों पर फेंसिंग लगाने का सुझाव दिया है। साथ ही वे चाहते हैं कि प्लेटफॉर्म के एंड एल आकार में बनाए जाएं, ताकि कोई गिरे भी तो गैप में फंस जाए न कि ट्रैक पर गिर पड़े। उन्होंने प्लेटफार्म नंबर एक पर गाड़ी को तीन डिब्बे पीछे रोकने की सलाह दी थी।
डीआरएमने रखी चुनौती

पत्रिका की मुहिम को सही मानते हुए रेल मंत्री ने सेंट्रल और वेस्टर्न रेलवे प्रशासन को जन हानि रोकने के लिए जरूरी उपाय करने का आदेश दिया है। सेंट्रल रेलवे और वेस्टर्न रेलवे के डीआरएम ने पत्रिका के साथ खास बातचीत में खुलासा किया कि वे लोकल ट्रेन से जुड़े हादसों पर अंकुश के लिए किन उपायों पर काम कर रहे हैं। इसी कड़ी में सेंट्रल के डीआरएम ने अधिकारियों के समक्ष चुनौती रखी थी, जिसे एडीआरएम ने स्वीकार किया है। सेंट्रल रेलवे का यह अफसर दादर में चार स्थानों पर ऐसे उपाय करेगा, ताकि वहां पर लोकल ट्रेन से किसी की भी मौत न हो। खास यह कि एडीआरएम ने अपना काम शुरू कर दिया है।
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