ऐसे होगा काम
बिल्लियों की नसबंदी कार्यक्रम को क्रियान्वित करने के लिए कुल सात इच्छुक संस्थाओं में से चार संस्थाओं को मनपा ने कार्य के लिए चुना है।
मुंबई में चार जगह नसबंदी का काम किया जाएगा। इसके तहत आवारा बिल्लियों को पकड़ना,नसबंदी करना, उसके बाद सप्ताह पर उनकी देखभाल करना और दोबारा जहां से पकड़ा गया है उस जगह से छोड़ना।
किस जगह होगी नसबंदी
मुंबई वेटरनरी कॉलेज, परेल
इन डिफेन्स ऑफ एनिमल्स, गोवंडी
यूनिवर्सल एनिमल वेलफेयर सोसायटी, मालाड
एनिमल एंड बर्ड केयर एंड एडवांस रीसर्च सेंटर, गोरेगांव
ध्यान रहे कि बिल्ली एक वर्ष में दो से तीन बार चार से अधिक बच्चों को जन्म देती है। इसके हिसाब से वर्ष में तकरीबन 20 प्रतिशत बिल्लियों की संख्या बढ़ रही है। इससे इनका आतंक बहुत बढ़ रहा है। इसलिए बिल्लियों का समावेश एनिमल बर्थ कंट्रोल में किया जाए इसके लिए मनपा ने भारतीय पशु कल्याण मंडल से अनुमति मांगी थी। यह अनुमति मिलने के बाद बिल्लियों की नसबंदी करने का रास्ता साफ हो गया है।