31 जुलाई को ईडी के अधिकारियों ने मनी लॉन्ड्रिंग केस में संजय राउत को गिरफ्तार किया था। इससे पहले उनके घर की तलाशी ली गई। संजय राउत से करीब 6 घंटे पूछताछ भी की गई थी। ईडी ने संजय राउत के घर से 1 करोड़ 17 लाख रुपये के लेखा डाक्यूमेंट्स भी जब्त किए थे। इस दौरान ईडी को एक डायरी भी मिली है।
मीडिया की रिपोर्ट के मुताबिक, जब्त की गई डायरी में कोडवर्ड में कुछ अहम जानकारी सामने आई है। ईडी का दावा है कि कोडवर्ड में यह बताया गया है कि पैसे का भुगतान किसे किया गया। इस डायरी में कोडवर्ड में कुछ लोगों के नाम हैं। जिन्हें 1 करोड़ 17 लाख दिए गए थे। इन पैसो को क्यों दिया गया, कौन हैं ये लोग, इन कोडों के साथ इन नामों का क्या मतलब है? ईडी ने जब इस बारे में पूछताछ की तो संजय राउत की तरफ से कोई जवाब नहीं आया।
गुरुवार को ईडी अधिकारियों ने संजय राउत को कोर्ट में पेश करने के दौरान मांग की कि राउत की कस्टडी बढ़ाई जाए। सबूत के आधार पर ईडी ने डायरी का जिक्र किया। इस केस में डायरी बेहद अहम कड़ी मानी जा रही है। ईडी को आशंका है कि पात्रा चॉल घोटाले से पैसों का इस्तेमाल यहां भुगतान करने के लिए किया गया था। ईडी अब उन तक पहुंचने की कोशिश कर रही है, जिनका नाम उस डायरी में है।
गोरेगांव की पात्रा चॉल के पुनर्विकास से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग मामले में गिरफ्तार शिवसेना सांसद संजय राउत की मुश्किलें बढ़ गयी है। कोर्ट ने संजय राउत को 8 अगस्त तक ईडी की रिमांड में भेज दिया है। रविवार को ईडी ने संजय राउत के मुंबई के भांडुप में स्थित ‘मैत्री’ आवास पर छापेमारी की और 9 घंटे तक तलाशी लेने के बाद उन्हें गिरफ्तार कर लिया।