OMG रेलवे स्टेशनों पर यात्रियों के खून से खेल
मुंबईPublished: Jan 07, 2020 04:28:05 pm
यात्रियों का खून यात्रियों को ही नहीं मिलता निजी ब्लडबैंकों ने यात्रियों के खून को बनाया व्यवसायएस एन दुबे
OMG रेलवे स्टेशनों पर यात्रियों के खून से खेल
कल्याण. यात्रियों का खून यात्रियों को ही नहीं मिलता है। यात्रियों का खून लेकर उन्हीं का शोषण किया जा रहा है जिसे निजी ब्लडबैंकों ने यात्रियों के खून को अपना व्यवसाय बना लिया है और रेल अधिकारी उन्हें पनाह दे रहे हैं। कल्याण स्टेशन पर निजी ब्लड बैंक के मालिक वर्षों से यात्रियों का खून जमा करते आ रहे हैं लेकिन जब कोई यात्री घायल होता है तो उसे मुफ्त में देने की वजाय भारी दाम में बेचा जा रहा है। हालांकि कल्याण की सक्रिय सामाजिक संस्था अग्रवाल समाज कल्याण ने पिछले दिनों मध्य रेलवे डीआरएम को पत्र लिखकर निजी ब्लड बैंकों पर प्रतिबंध लगाने की मांग की थी,बावजूद इसके हर महीने कल्याण स्टेशन पर “संकल्प ब्लडबैंक”द्वारा यात्रियों से खून लिया जा रहा है। रेल यात्रियों के शोषण को दुर्भाग्यपूर्ण बताते हुए अग्रवाल समाज कल्याण के अध्यक्ष अनिल गर्ग ने कहा कि संस्था और सामाजिक कार्य के नाम पर कुछ अधिकारियों के साथ मिलकर निजी ब्लडबैंक यात्रियों के खून को बिजनेस बना लिया है और उन्हीं के खून से मोटी कमाई कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि किसी यात्री की रेल परिसर में दुर्घटना हो जाती है और जब उसे खून की जरूरत पड़ती है तो ब्लडबैंक पहले देने से इंकार कर देते और बाद में उसी खून को उसी यात्री को मंहगे दाम पर बेचते हैं। गर्ग ने कहा कि यदि रेल प्रशासन निजी ब्लड बैंकों को सामाजिक कार्य के नाम पर कैम्प आयोजित करने की अनुमति देता है तो पहले यह तय करे कि रेल परिसर में कोई यात्री रेल दुर्घटना का शिकार होता है तो उक्त ब्लडबैंक उसे मुफ्त में खून उपलब्ध कराएगा। अन्यथा सामाजिक कार्य के नाम पर यात्रियों का खून पीने वाली संस्थाओं पर विराम लगाया जाय।