मुंबईPublished: Jul 18, 2021 09:36:24 pm
Chandra Prakash sain
चंद्रपुर के जंगल की घटनाबच्ची के चेहरे पर कई फ्रैक्चर, चल रहा उपचार
जान पर खेल मां ने तेंदुए से बचाई 5 साल की बेटी की जान
नागपुर. मां की ममता का कोई मोल नहीं। अपने बच्चे की जान बचाने के लिए मां खुद की जिंदगी दांव पर लगा देती है। ऐसा ही एक मामला चंद्रपुर में सामने आया है। जिला मुख्यालय से महज 15 किमी दूर जुनोना गांव की अर्चना मेश्राम 30 जून सुबह जंगल जा रही थीं। पांच साल की उनकी बेटी साथ थी। रास्ते में घात लगाए बैठे तेंदुए ने बच्ची पर हमला कर दिया। मासूम को तेंदुए ने जकड़ लिया। अचानक आई मुसीबत से निपटने के लिए अर्चना ने हिम्मत से काम लिया। तेंदुए के जबड़े से बेटी की जान बचाने के लिए उन्होंने अपनी ङ्क्षजदगी दांव पर लगा दी। डंडे से आदमखोर पर प्रहार किया। बच्ची को छोड़ तेंदुए ने अर्चना पर हमला कर दिया। वह थोड़ा सुस्त पड़ीं तो तेंदुए ने वापस बच्ची को दबोच लिया। इसके बाद अर्चना ने पूरी ताकत से तेंदुए की गरदन पर वार किया। बिलबिला कर तेंदुआ जंगल में भाग गया। खून से लथपथ बच्ची को लेकर अर्चना घर पहुंचीं। परिजन सन्न रह गए। उपचार के लिए बच्ची को लेकर प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र भागे। मासूम के शरीर पर कई जगह गहरे जख्म थे, जो धीरे-धीरे भर रहे हैं। जांच में पता चला कि उसके चेहरे पर कई फ्रैक्चर हैं। स्थानीय डॉक्टरों ने परिजनों को नागपुर के सरकार अस्पताल में ले जाने की सलाह दी। पिछले सप्ताह अर्चना अपनी बेटी के साथ नागपुर पहुंचीं। अस्पताल में जांच पूरी हो गई है। मासूम के चेहरे की सर्जरी सोमवार को होगी। बच्ची के जल्द स्वस्थ होने की कामना के साथ लोग अर्चना की बहादुरी की तारीफ कर रहे हैं।