हाईकोर्ट के देखरेख में कमिटी बनाने की मांग इस बीच पीएमसी बँक घोटाला मामले में मुंबई हाईकोर्ट में दाखिल याचिका पर बुधवार को सुनवाई किया गया | इस सुनवाई के दौरान याचिकाकर्ता के वकील ने बैंक पर नियुक्त किये गए प्रशासक सही तरह से काम नहीं कर रहे है इसके कारण खाताधारकों देरी से मिल रहा है | इसके कारण बैंक पर कोर्ट के देखरेख में एक कमिटी बनाया जाए और उस कमिटी के माध्यम से बकायादारों की संपत्ति बेच कर खाताधारको का पैसा देने की मांग किया गया |
जानकारी अनुसार सारंग वाधवा, राकेश वाधवा ने हाउसिंग डेव्हलपमेंट इन्फ्रास्ट्रक्चर लिमिटेड (एचडीआईएल) कंपनी के नाम पर पीएमसी बँके से ढाई हजार करोड़ रुपए कर्ज लिए थे | इन पैसो का इस्तेमाल उन्होंने मुंबई, अलिबाग, वसई और भारता सहित विदेशो में संपत्ति खरीदने के लिए इस्तेमाल किए जाने का जांच में सामने आया है | आर्थिक अपराध शाखा ने वाधवा पितापुत्र के वसई, अलिबाग व मुंबई के सम्पति जब्त कर लिया है | वाधवा पिता पुत्र ने लिए कर्ज का ब्याज समय पर जमा नहीं किए जाने के कारण आंकड़ा साढ़े चार हजार करोड़ के ऊपर जाने के बाद बैंक के एमडी जॉय थॉमस ने आरबीआई से मदद माँगा था | आरबीआई द्वारा पीएमसी बैंक का ऑडिट किया आगया | इस दौरान एचडीआईएल को दिया गया कर्ज अलग अलग खाते में भेजे जाने का पाया गया | यह पैसा किस तरह भेजा गया | इसकी जांच फोरेंसिक ऑडिट के माध्यम से शुरू किया गया है | इस पीएमसी बैंक द्वारा एचडीआईएल के साथ ही और भी कई कंपनियों को बचाने की कोशिस किया है | इसके लिए राजकीय दबाव भी बैंक के पर डाला गया था | इस मामले में और भी कई लोगो का समावेश है |