शिवसेना पहले भी सवाल उठा चुकी है शिवसेना इस आर्ट गैलरी को लेकर पहले भी महासभा में सवाल उठा चुकी है। लेकिन हर बार प्रस्ताव अगली महासभा के लिए टाल दिया जाता था। शिवसेना नगरसेवक हरिश्चंद्र आमगावकर, प्रवीण पाटील, जयंती पाटील, अर्चना कदम, तारा घरत, शर्मिला गंडोली और स्नेहा पांडे डायस के सामने जमा हो गए और जम कर नारेबाजी करने लगे। शिवसेना नगरसेवकों ने आरोप लगाया कि भाजपा नहीं चाहती कि शहर में बालासाहेब के नाम पर एक और इमारत खड़ी हो जबकि भाजपा को आगे लाने में बालासाहेब की मुख्य भूमिका रही थी। शिवसेना के समर्थन में कांग्रेस के नगरसेवक भी आ गए और मनपा सचिव का माइक खींच कर तोड़ दिया। हालात बिगड़ते देख महापौर डिंपल मेहता को पुलिस बुलानी पड़ी। इस आर्ट गैलरी के लिए एक करोड़ मनपा देगी जबकि डेढ़ करोड़ रुपए शिवसेना सांसद और विधायक अपनी निधि से देने वाले हैं। चार नगरसेवकों ने अपनी निधि से 50 लाख रुपए देने पर सहमति दिखाई है। शिवसेना जिद पर अड़ी रही कि जब तक प्रस्ताव वापस नहीं लिया जाता है, वह सदन नहीं चलने देगी। हालांकि बाद में यह प्रस्ताव वापस ले लिया गया, जिसके बाद मामला शांत हुआ।