नहीं मानने उद्धव
शिंदे ने कहा कि मुख्यमंंत्री होने के बावजूद एमवीए सरकार में शिवसेना को कोई लाभ नहीं हुआ। नगर पंचायत चुनाव में हम चौथे नंबर पर आ गए। हमारे विधायकों की लगातार उपेक्षा हो रही थी। नाक रगडऩे के बावजूद अपने क्षेत्र में विकास कार्यों को मंजूरी नहीं दिला पा रहे थे। हमने यह बात समझाई, लेकिन उद्धव जी नहीं माने। विकास और हिंदुत्व भाजपा का एजेंडा है। पिछले चुनाव में इसी मुद्दे पर दोनों दलों को जनादेश मिला था। हमने कुछ भी गलत नहीं किया है। पीएम मोदी ने राज्य के विकास में सहयोग का भरोसा दिया है।
ड्रम बजा पति का स्वागत
शिवसेना में बगावत के दो हफ्ते बाद शिंदे मंगलवार रात ठाणे स्थित अपने घर पहुंचे। झमाझम बारिश के बीच सड़कों पर हजारों समर्थकों ने उनका हौसला बढ़ाया। उनकी पत्नी लता शिंदे ने ड्रम बजा कर घर में पति का स्वागत किया। 21 जून की रात शिंदे घर से निकले थे। बागी विधायकों के साथ सूरत, गुवाहाटी और पणजी के फाइव स्टार होटल में रहने के बाद मुंबई लौटे। भाजपा के साथ मिल कर सरकार बनाई। विधानसभा में सोमवार को बहुमत साबित किया।