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महिलाओं का भविष्य तराश रही यह अद्भुत ‘प्रतिमा’

locationमुंबईPublished: Apr 02, 2019 06:25:49 pm

Submitted by:

Nitin Bhal

10 साल में तीन हजार से ज्यादा महिलाओं को आत्म निर्भर बना चुकी हैं नैथानी

10 साल में तीन हजार से ज्यादा महिलाओं को आत्म निर्भर बना चुकी हैं नैथानी

10 साल में तीन हजार से ज्यादा महिलाओं को आत्म निर्भर बना चुकी हैं नैथानी

अरुण लाल

मुंबई. वह न तो किसी से मदद मांगती हैं और न ही उनका सपना कुछ बड़ा करने का है। वह छोटे-छोटे काम कर लोगों के जीवन में बड़ा बदलाव लाने का सपना जरूर देखती हैं। उनकी छोटी पहल ने अब बड़ा आकार ले लिया है। हम बात कर रहे हैं जयपुर की रहने वाली प्रतिमा नैथानी की, जिन्होंने जयपुर शहर के हजारों परिवारों के जीवन को बेहतर बनाया है। सैकड़ों महिलाओं को हुनर सिखा, उन्हें आत्म निर्भर बनाया है। नैथानी बेहद खुश हैं कि तंगहाली झेल चुकीं यह महिलाएं अपने परिवार का भविष्य संवार रही हैं। प्रतिमा कहती हैं, मुुझे लोग अक्सर कहते हैं कि हम भी समाज के लिए काम करना चाहते हैं। पर, जिस दिन हमारे पास वक्त-पैसा होगा, तब करेंगे। अपने अनुभवों से मैं समझती हूं कि वह वक्त कभी नहीं आता, जब हमारे पास बहुत पैसा हो और तब हम कुछ करना शुरू करें। वे बताती हैं, हम एक सामान्य परिवार से हैं। मेरी मां ने हमारे घर को लंगर जैसा बना रखा था। जो भी आता, खाना खाकर जाता। मैंने देखा था कि कितना भी करो, कुछ कम नहीं पड़ता। इसी से मेरे मन में सेवा भाव जन्मा।
बॉक्स… सिलाई, कढ़ाई और ब्यटी पार्लर का कोर्स

प्रतिमा ने तय किया कि वे अपने घर पर कुछ महिलाओं को सिलाई सिखाएंगी। चार-पांच महिलाओं से यह काम शुरू हुआ था। आज हजारों महिलाएं आत्म निर्भर बन चुकी हैं। 10 साल में लगभग तीन हजार महिलाओं को सिलाई, कढ़ाई, ब्यूटी पार्लर जैसे कार्य सिखा कर आत्मनिर्भर बनाया गया। नैथानी बतातीं है कि इस कार्य में मेरी सहेलियों ने मेरी मदद जरूर की।
बढ़ाती हैं आत्मविश्वास

प्रतिमा मेंटर के रूप में महिलाओं का आत्मविश्वास बढ़ाती हैं। पिछले तीन महीने से वेस्ट मैटेरियल से यह लोग क्रॉफ्ट बना रहे हैं। बॉटल और पुरानी साडिय़ां, पुराने कपड़े जैसी चीजों से बेहतरीन सामान बना कर लोगों को बेचते हैं, जिससे कुछ आमदनी हो जाती है। नैथानी ने 100 बच्चों को सरकारी स्कीम के तहत शहर के विभिन्न स्कूलों में दाखिला दिलाया है। बच्चों को पढ़ाने के लिए उन्होंने एक टीचर भी रखा है।
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