scriptटैक्स बकाएदारों के खिलाफ सख्त कदम उठाने की तैयारी | Prepare to take tough action against tax defaulters | Patrika News

टैक्स बकाएदारों के खिलाफ सख्त कदम उठाने की तैयारी

locationमुंबईPublished: Feb 14, 2019 12:17:22 am

Submitted by:

arun Kumar

बीएमसी को वसूलना है 3,681 करोड़ रुपए का प्रॉपर्टी टैक्स

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मुंबई. चुंगी बंद होने के बाद प्रॉपर्टी टैक्स मुंबई महानगर पालिका (बीेमसी) की आय का सबसे बड़ा जरिया है। घरेलू, कमर्शियल, औद्योगिक, खुली जगह, सरकारी जमीन और शैक्षणिक संस्थानों सहित अन्य संपत्ति धारकों पर बीएमसी का 3,681 करोड़ रुपए प्रॉपर्टी टैक्स बकाया है। वैसे यह टैक्स वसूली मनपा अधिकारियों के लिए टेढ़ी खीर साबित हो रही है। बीएमसी बकायेदारों से कई बार अनुरोध कर चुकी है, मगर शायद उसे गंभीरता से नहीं लिया गया।
टैक्स बकाएदारों के खिलाफ कार्रवाई की बात मनपा कई बार कर चुकी है। पर किसी तरह की ठोस पहल नहीं की गई है। अब मनपा के कर निर्धारण और संकलन विभाग में एक बार फिर कार्रवाई पर रायशुमारी हो रही है। इसके तहत पहले चरण में बड़े बकायेदारों पर कार्रवाई करने की तैयारी बीएमसी ने की है। बीएमसी के 24 प्रशासनिक विभागों में से सबसे अधिक 423 करोड़ रुपए बकाया के पूर्व विभाग में है। इसके तहत बीएमसी ने नोटिस देते हुए सभी बकायदारों से कार्रवाई रोकने के लिए समय पर टैक्स भरने की अपील की है।
किस विभाग में कितना टैक्स बकाया

के पूर्व विभाग में सबसे ज्यादा 423 करोड़ रुपए प्रॉपर्टी टैक्स बकाया है। जी दक्षिण विभाग में 403 करोड़ रुपए, एच पूर्व विभाग में 260 करोड़ रुपए, एल विभाग में 254 करोड़ रुपए और पी दक्षिण विभाग में 207 करोड़ रुपए बकाया है। शहर के नौ प्रशासकीय विभागों में कुल एक हजार 181 करोड़ रुपए, पूर्व उपनगर में छह प्रशासनिक विभागों का बकाया 766 करोड़ रुपए, पश्चिम उपनगर में नौ प्रशासनिक विभाग का बकाया 1,733 करोड़ रुपए है। इस प्रकार कुल 24 विभागों में कुल 3,681 करोड़ से अधिक का बकाया है।
गत वर्ष 3,495 करोड़ टैक्स जमा

गौरतलब है कि दो साल पहले चुंगी को रद्द कर दिया गया। यह बीएमसी की आय का महत्वपूर्ण स्रोत था। चुंगी रद्द होने के बाद बीएमसी की आय का मुख्य स्रोत प्रॉपर्टी टैक्स है। वित्तीय वर्ष 2018-19 में अब तक प्रॉपर्टी टैक्स के रूप में 3,495 करोड़ रुपए बीएमसी की तिजोरी में जमा हुए हैं। पिछले साल 2017-18 में 5, 132 करोड़ रुपए बीएमसी में जमा हुआ। प्रॉपर्टी कर समय पर भरे जाएं, बकायदारों की ओर से बकाया राशि भरी जाए, इसके लिए बीएमसी की ओर से विभिन्न स्तरों पर कार्रवाई की जाती है। कार्रवाई के दौरान प्रमुख रूप से पानी का कनेक्शन काटना, कुर्की आदि कार्रवाई का समावेश है। पर इतनी बड़ी रकम वसूलने में बीएमसी खुद को लाचार पा रही है। ऐसे में बकाए कर की वसूली कैसे होगी, यह बताने को कोई तैयार नहीं है।
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