उल्लेखनीय है कि कोस्टल रोड के काम के कारण मछुआरों की जीविका प्रभावित होने की आशंका है। टाटा गार्डन के बीच से रास्ता बनाने को विरोध ब्रीच कैंडी के स्थानीय लोग कर रहे हैं।
मछुआरे कर रहे हैं विरोध
मछुआरों ने सुझाया था कि कोस्टल रोड के दो पुलों के 200 मीटर का अंतर होगा। इस पर अमल के बजाय हरेक 50 मीटर पर रोड के लिए पुल बनाए जाएंगे।
मछुआरों का कहना है कि 50 मीटर के अंतर पर पुल बनने से समुद्र में बड़ी की बात ही छोड़ें छोटी नावों की आवाजाही भी प्रभावित होगी। मछुआरों ने भी कोस्टल रोड प्रोजेक्ट के खिलाफ अदालत में याचिका लगाई है।
समुद्री जीवों को नुकसान
समुद्र के किनारों को पाटने से समुद्री जीवों को होने वाले नुकसान को लेकर आर्किटेक्ट श्वेता वाघ की ओर से याचिका दायर की गई है। टाटा गार्डन के 200 पेड़ों को काट कर कोस्टल रोड के लिए रास्ता बनाने का काम बीएमसी करने वाली है। टाटा गार्डन 35 वर्ष पुराना है, जहां बड़ी संख्या में लोग टहलने जाते हैं। ब्रीच कैंडी इलाके के लोग टाटा गार्डन को बचाने के लिए लड़ाई लड़ रहे हैं।