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माझा महाराष्ट्र और आमची मुंबई के ताने-बाने में गूंजा म्हारो राजस्थान

locationमुंबईPublished: Mar 30, 2019 07:43:48 pm

Submitted by:

Nitin Bhal

राजस्थान दिवस: पत्रिका के आयोजन में उठी आपसी एकता की बात

राजस्थान दिवस: पत्रिका के आयोजन में उठी आपसी एकता की बात

राजस्थान दिवस: पत्रिका के आयोजन में उठी आपसी एकता की बात

मुंबई. राजस्थान स्थापना दिवस पर पत्रिका की ओर से शनिवार को आयोजित समारोह में माझा महाराष्ट्र और आमची मुंबई के ताने-बाने में ‘म्हारो राजस्थान’ का नारा गूंजा। वक्ताओं ने राजस्थान के शौर्यपूर्ण इतिहास का न सिर्फ जिक्रकिया बल्कि राष्ट्र निर्माण और समाज सेवा के क्षेत्र में राजस्थानियों के उल्लेखनीय योगदान की सराहना करते हुए कृतज्ञता भी व्यक्त की। साथ ही मुंबई को कर्मभूमि बनाने वाले राजस्थान के विभिन्न समाजों और जिलों के प्रवासियों से एक मंच पर आने का आह्वान किया। ताकि देश और समाज की बेहतर सेवा कर सकें। राजस्थान के प्रवासियों को एक सूत्र में पिरोने से जुड़ी पत्रिका की अनूठी पहल को सभी ने सराहा। पत्रिका की ओर से अंधेरी (पूर्व) के जेबी नगर स्थित सत्यनारायण गोयनका भवन में राजस्थान स्थापना दिवस मनाया गया। समारोह के मुख्य अतिथि महाराष्ट्र के कैबिनेट मंत्री दर्जा प्राप्त कोलाबा विधायक राज के. पुरोहित थे। उन्होंने देश की आर्थिक राजधानी मुंबई को कर्मभूमि बनाने वाले प्रवासी राजस्थानी समाज को एक मंच पर आने का आह्वान किया। पुरोहित ने कहा कि हम अपनी माटी की संस्कृति को बचाते हुए उसे गौरवान्वित करने में सफल हुए हैं। उद्योग-धंधे से लेकर सेवा कार्य में राजस्थानी समाज ने नायाब उदाहरण पेश किया है। लेकिन, जातियों के सम्मेलन की वजह से प्रवासी समाज बंटता जा रहा है। उन्होंने प्रवासियों के बीच 36 कौम की एकता पर जोर दिया। कार्यक्रम की अध्यक्षता मुंबई भाजपा के अध्यक्ष आशीष शेलार ने की। उन्होंने कहा कि प्रवासी राजस्थानी समाज न सिर्फ कर्मठ है बल्कि, दानदाता और जीवदया के मामले में विशिष्ट स्थान रखता है। हाउसिंग बोर्ड के उपाध्यक्ष संजय उपाध्याय ने कहा कि राजस्थानी समाज की खूबी है कि वह कश्मीर से कन्याकुमारी तक जहां भी गए, वहां के लोगों के साथ दूध में शक्कर की तरह घुल-मिल गए। इसके बावजूद राजस्थानी कहीं भी अपनी मिट्टी के संस्कारों से दूर नहीं गया। रीति-रिवाजों को कायम रखने में आगे रहा।
बेटियों के लिए छात्रावास सराहनीय


राजस्थानी महिला मंडल की पूर्व अध्यक्ष उर्मिला रूंगटा ने प्रवासियों को आपस में जोडऩे के लिए पत्रिका की पहल की सराहना की। उन्होंने कहा कि प्रवासी राजस्थानियों की छोटी-बड़ी संस्थाएं पहले से हैं, यह अच्छी बात है लेकिन, इन सभी का एक बड़ा फेडरेशन होना जरूरी है। राजस्थान की मेधावी छात्राओं के लिए महानगर में गल्र्स हॉस्टल की सुविधा सराहनीय है। इससे महानगर में पढऩे की चाहत रखने वाली राजस्थान के छोटे गांव की बेटियों का सपना पूरा होगा।
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