यह गरीब और मरीज विरोधी बिल है। इसके प्रावधान के चलते मेडिकल की पढ़ाई कई गुना महंगी हो जाएगी, जबकि मरीजों का इलाज भी ठीक से नहीं हो सकता। जो लोग एलोपैथ के बारे में नहीं जानते, भला वे मरीज का उचित इलाज कैसे कर सकते हैं। इस विधेयक के पारित होने के बाद तीन लाख से अधिक नौसिखुए डॉक्टरों को प्रैक्टिस की छूट मिल जाएगी।
– डॉ. कल्याणी डोंगरे, प्रेसिडेंट, मार्ड