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pune Covid 19 Vaccine : भारत में तैयार हो रही कोरोना रोधी वैक्सीन, बंदरों पर परीक्षण की तैयारी

locationमुंबईPublished: Jun 04, 2020 02:24:05 pm

Submitted by:

Binod Pandey

महामारी की रोकथाम : एनआईवी के वैज्ञानिकों को मिली बड़ी कामयाबी
अमरीका, ब्रिटेन, चीन, इजरायल, रूस आदि भी दौड़़ में
30 से ज्यादा वैक्सीन पर काम चल रहा है

pune Covid 19 Vaccine : भारत में तैयार हो रही कोरोना रोधी वैक्सीन, बंदरों पर परीक्षण की तैयारी

pune Covid 19 Vaccine : भारत में तैयार हो रही कोरोना रोधी वैक्सीन, बंदरों पर परीक्षण की तैयारी

ओम सिंह राजपुरोहित
पुणे. कोरोना महामारी को मात देने के लिए दुनिया भर के वैज्ञानिक कारगर दवाई और कोविड-19 रोधी वैक्सीन की खोज में दिन-रात एक किए हुए हैं। इस दौड़ में शामिल अमरीका, ब्रिटेन, चीन, इजरायल, रूस आदि देशों के साथ अब भारत भी शामिल हो गया है। कोरोना रोधी वैक्सीन भारत में भी ट्रायल के लिए तैयार हो गई है। नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ वायरोलॉजी (एनआईवी) बंदरों पर इसका पहला परीक्षण करेगी। एनआईवी ने महाराष्ट्र सरकार से 30 स्वस्थ बंदर मुहैया कराने का अनुरोध किया था, जिसे वन मंत्री संजय राठौड़ ने हरी झंडी दे दी है।

एनआईवी वैज्ञानिक बंदरों पर कोरोना रोधी वैक्सीन का परीक्षण करेंगे। टीका लगाने के बाद अगले 45 दिन तक बंदरों के स्वास्थ्य की निगरानी की जाएगी। वैज्ञानिक यह देखेंगे कि टेस्ट में शामिल बंदर कोविड-19 के संक्रमण से बचने में सफल होते हैं या नहीं। यदि इसमें सफलता मिली तब अगले कदम की तैयारी होगी। शोध के दौरान मिले संकेतों के अनुसार वैक्सीन के फॉर्मूले में बदलाव किया जाएगा। इसके बाद वैक्सीन का इंसानी ट्रायल शुरू होगा। नतीजे अनुकूल रहे तो कोविड-19 रोधी स्वदेशी वैक्सीन छह महीने के भीतर उपलब्ध हो जाएगी।
pune Covid 19 Vaccine : भारत में तैयार हो रही कोरोना रोधी वैक्सीन, बंदरों पर परीक्षण की तैयारी
पहले दिन से जुटी एनआईवी
देश में संक्रमण का जब पहला मामला सामने आया, एनआईवी तभी से कोरोना रोधी वैक्सीन की खोज में जुटी है। एनआईवी दुनिया के उन चुनिंदा संस्थानों में शामिल है जिसने कोरोना वायरस के स्ट्रेन को अलग किया। वायरस का यही स्ट्रेन इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च (आईसीएमआर) ने वैक्सीन बनाने के लिए भारत बायोटेक को दिया है। अभी यह खुलासा नहीं किया गया है कि एनआईवी जिस वैक्सीन का परीक्षण करेगी वह भारय बायोटेक द्वारा तैयार की गई है या किसी दूसरी कंपनी ने बनाई है।
भारत में 30 वैक्सीन पर काम
जहां तक भारत का सवाल है तो कई निजी और सरकारी संस्थाएं कोरोना रोधी वैक्सीन-दवाई बनाने में जुटी हैं। 30 से ज्यादा वैक्सीन पर काम चल रहा है। डिपार्टमेंट ऑफ बायोटेक्नॉलोजी की सचिव डॉ. रेणु स्वरूप के मुताबिक इनमें से 14 वैक्सीन के शुरुआती नतीजे उम्मीद जगाते हैं। चार वैक्सीन डेवलपमेंट के एडवांस स्टेज में हैं।
दौड़ में कई देश शामिल
कोरोना रोधी वैक्सीन बनाने की दौड़ में दुनिया के कई देश शामिल हैं। ब्रिटेन में ऑक्सफोर्ड की बनाई वैक्सीन का परीक्षण चल रहा है। अमरीकी कंपनी मॉडर्ना की बनाई वैक्सीन इंसानी परीक्षण के दौर में है। रूस, इजरायल और ऑस्ट्रेलिया भी वैक्सीन पर काम कर रहे हैं। रूस में जल्द ही ट्रायल शुरू होगा। चीन की सिनोवैक बायोटेक भी अपनी वैक्सीन को लेकर आश्वस्त है।
बेसब्री से इंतजार
दुनिया भर में कोरोना लाखों लोगों की जान ले चुका है। वैश्विक अर्थव्यवस्था को खरबों रुपए का नुकसान हुआ है। लाखों नहीं करोड़ों लोगों की रोजी-रोटी पर संकट है। इसे देखते हुए कोरोना रोधी वैक्सीन और कारगर दवाई का पूरी दुनिया में बेसब्री से इंतजार हो रहा है। अब देखना यह है कि कौन-सी वैक्सीन सबसे पहले बाजार में आती है। बेशक मॉडर्ना, सिनोवैक और ऑक्सफोर्ड की वैक्सीन दौड़ में आगे दिख रही है। लेकिन, यह नहीं भूलना चाहिए कि सस्ती वैक्सीन बनाने में भारत को महारत हासिल है। इसीलिए भारतीय वैक्सीन पर सब की निगाहें टिकी हैं। सबसे पहले कोविड-19 रोधी वैक्सीन तैयार कर भारतीय वैज्ञानिक दुनिया को अपनी प्रतिभा का लोहा मनवा सकते हैं।
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