समाज के भामाशाहों को एक मंच पर लाने का संकल्प
मुंबईPublished: May 26, 2019 06:08:16 pm
समाजसेवा की अलख जगा रही अखिल भारत वर्षीय श्री खाण्डल विप्र महासभा मीरा भायंदर विरार शाखा
समाज के भामाशाहों को एक मंच पर लाने का संकल्प
राकेश विश्वकर्मा/
मीरा भायंदर. समाजसेवा की बात हो और राजस्थानी समाज की बात ना हो, ऐसा हो नहीं सकता दान धर्म इस समाज की खासियत है। इसी मूलमंत्र पर मीरा-भायंदर से लेकर विरार तक समाजसेवा की अलख जगाने का कार्य बखूबी अखिल भारतवर्षीय श्री खाण्डल विप्र महासभा की मीरा भायंदर विरार शाखा कर रही है। सन 1999 से यह शाखा समाज को एक सूत्र में पिरोने का काम कर रही है। 1999 से लगातार यह शाखा समाजबंधुओं को समाज को एक मंच प्रदान करने के साथ ही राजस्थान के रीति रिवाज को को संजोए रखने और नई पीढ़ी को अवगत कराने का काम कर रही है।
शाखा अध्यक्ष महेंद्र पीपलवा ने समाज के हर तबके और समाज के भामाशाहों को एकमंच पर लाने का बीड़ा उठाया हुआ है और वे कहते है कि उनके इस प्रयास को सफलता भी मिल रही है। बिना समाज के सभी अधूरे हंै। इस बात को सभी जानते हंै।
1999 से जो कारवां चला, आज एक वटवृक्ष बन गया
सन 1999 से जो कारवां चला आज एक वटवृक्ष के समान हो गया है। महेंद्र पीपलवा सभी संस्थापकों को याद करते हुए कहते हंै कि शाखा की शुरुवात करने वालों का सबसे अहम योगदान रहा है। पीपलवा बताते हैं कि दीपावली सम्मेलन, होली सम्मलेन, गणगौर महोत्सव, युवक युवती परिचय सम्मेलन, भगवान परशुराम जन्मोत्सव, समाज के प्रतिभाशाली विद्यार्थियों का सम्मान ,जरूरतमंद मरीजों की मदद के लिए आरोग्य निधि योजना ,जरूरतमंद विद्यार्थियों की मदद शाखा के मुख्य कार्यों में है आनेवाले दिनों में और कई योजनाए शाखा की कार्यकारणी ने बनाए हंै जिस पर काम किया जाना है। पीपलवा शाखा के प्रथम अध्यक्ष मोहनलाल बढाढरा के बाद सभी अध्यक्षों का जिक्र करते हुए कहा कि लूणकर्ण पीपलवा ,मदनलाल बोचीवाड ,महेश चोटिया ने सभी ने कार्य किए, जिसको कभी भुलाया नहीं जा सकता है। समाज के प्रतिभाशाली विद्यार्थियों के लिए अखिल भारतवर्षीय खाण्डल विप्र महासभा ने वसई में छात्रावास बनवाया है जिसमें 150 छात्रों के रहने की व्यवस्था है और इसमें रहने वालों विद्यार्थियों से कोई शुल्क नहीं लिया जाता है, जब विद्यार्थी पढाई पूरी कर नौकरी या व्यवसाय करने लगते हंै तो वे अपनी शक्ति अनुसार छात्रावास को मदद कर सकते है पर यह बंधनकारी नहीं है ,इस छात्रावास से कई चार्टर्ड एकाउंटेंट निकले हंै जो देश में समाज और अपने माता-पिता का नाम रोशन कर रहे हंै। राजस्थान के लोहागर्ल में बन रहे तीर्थधाम में शाखा ट्रस्टी हंै।
समाज की उन्नति ही शाखा का उद्देश्य है समाज को अपनी ताकत समझनी होगी साथ ही देश का भविष्य कहे जाने वाले युवक युवतियों को राजस्थान की पावन मिट्टी से जोड़े रखने का कार्य विरार शाखा बखूबी कर रही है लोग समाज के कार्यक्रमों में परिवार सहित शामिल होते हैं।
महेंद्र पीपलवा, अध्यक्ष
विरार शाखा का अपना कार्यालय हो इसके लिए प्रयासरत हंै। समाजबंधुओं के सहयोग से समाज का कार्यालय होगा उसके बाद अपना भवन की तैयारी की जाएगी। नई पीढ़ी को समाज के रीतिरिवाज से अवश्य अवगत कराएं और बेटी हो या बेटा दोनों को शिक्षित करें।
निर्मल चोटिया, सचिव
समाज में शादी ब्याह के लिए लड़के के अभिभावक और लड़की के अभिभावक आसानी से वर वधु का चयन कर सके। इसके लिए शाखा कार्य कर रही है। समाज से दहेज का खत्म हो कन्या भ्रूण हत्या ना हो हम सभी का प्रयास है। जिसको आगे बढऩे से कोई रोक नहीं सकता।
सत्यनारायण पीपलवा, कोषाध्यक्ष