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महाराष्ट्र: आपसी खींचतान से हो रहा नुकसान, फडणवीस के नेतृत्व में बने सरकार

locationमुंबईPublished: Nov 03, 2019 12:16:30 am

Submitted by:

Basant Mourya

सीएम की जिद छोड़ भाजपा का सहयोग करे शिवसेना: आठवले
आठवले के अलावा महादेव जानकर और सदाभाऊ खोत ने भी की राज्यपाल से मुलाकात

महाराष्ट्र: आपसी खींचतान से हो रहा नुकसान, फडणवीस के नेतृत्व में बने सरकार

महाराष्ट्र: आपसी खींचतान से हो रहा नुकसान, फडणवीस के नेतृत्व में बने सरकार

मुंबई. रिपब्लिकन पार्टी ऑफ इंडिया के अध्यक्ष रामदास आठवले ने शनिवार को कहा कि आदित्य ठाकरे को मुख्यमंत्री बनाने की जिद शिवसेना को नहीं करनी चाहिए। आदित्य के पास अभी अनुभव नहीं है, जिसके बिना वह सरकार को कैसे चला पाएंगे। उन्होंने उद्धव ठाकरे से अनुरोध किया कि राज्य के हित में खींचतान पर विराम लगाएं और नई सरकार के गठन में भाजपा का सहयोग करें। आठवले ने कहा कि महायुुति की भलाई भी इसी में है कि देवेंद्र फडणवीस के नेतृत्व में शिवसेना राज्य के विकास, किसानों की समस्या के समाधान आदि के लिए काम करे।
अठावले के नेतृत्व मे महायुति के अन्य सहयोगी दलों ने शनिवार को राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी से मुलाकात की और उनसे अपील की कि फडणवीस को सरकार बनाने के लिए आमंत्रित करें। उन्होंने कहा कि महायुति में भाजपा को सबसे ज्यादा सीटें मिली हैं, इसलिए भी उसे सरकार बनाने का मौका मिलना चाहिए। आठवले के साथ राष्ट्रीय समाज पक्ष के महादेव जानकर और सदाभाऊ खोत भी राज्यपाल से मिले।
गठबंधन धर्म का करेंगे पालन
शिवसेना के मुखपत्र में भाजपा पर जोरदार वार किया गया है। शिवसेना ने पूछा कि क्या राष्ट्रपति आपकी जेब में हैं? क्या यह चुने हुए विधायकों के लिए धमकी है? शिवसेना ने यह सवाल भाजपा नेता सुधीर मुनगंटीवार के उस बयान पर उठाया है, जिसमें उन्होंने कहा था कि 7 नवंबर तक सरकार नहीं बनी तो राज्य में राष्ट्रपति शासन लग सकता है। पार्टी प्रवक्ता संजय राउत ने राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) अध्यक्ष शरद पवार के साथ शुक्रवार रात हुई मुलाकात पर कहा कि भाजपा-शिवसेना को छोड़ सब एक-दूसरे से बात कर रहे हैं। उन्होंने कहा, ‘महाराष्ट्र में जिस तरह की परिस्थिति पैदा हो गई है उसमें सभी राजनातिक पार्टियां एक-दूसरे से बात कर रही हैं। केवल शिवसेना-भाजपा बात नहीं कर रही हैं। उन्होंने कहा कि भाजपा यदि वादा निभाती है तो हम गठबंधन धर्म का पालन करने में पीछे नहीं रहेंगे।
मुनगंटीवार की सफाई
भाजपा नेता मुंगटीवार ने राष्ट्रपति शासन वाले बयान पर सफाई दी है। उन्होंने कहा, हमसे पूछा गया था कि यदि समय पर सरकार नहीं बनती है तो क्या होगा। हमने संविधान के अनुसार सामान्य उत्तर दिया था। एक टीवी चैनल के साथ बातचीत में उन्होंने कहा था कि राज्य की जनता ने किसी एक दल को नहीं बल्कि महायुति को सत्ता का जनादेश दिया है। हमारा गठबंधन फेविकोल के जोड़ से ज्यादा मजबूत है।
पवार के घर नेताओं की बैठक
शनिवार को एनसीपी मुखिया के घर पार्टी नेताओं की बैठक हुई। ऐसे संकेत हैं कि पवार सोमवार को नई दिल्ली में कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी से मुलाकात करने वाले हैं। कयास लगाए जा रहे हैं कि यदि भाजपा सरकार बनाने में विफल होती है तो कांग्रेस-एनसीपी शिवसेना का समर्थन कर सकती हैं। वैसे पवार पहले कई बार कह चुके हैं कि जनादेश का सम्मान करते हुए उनकी पार्टी विपक्ष में बैठेगी। शिवसेना को समर्थन पर कांग्रेस दो फाड़ है। पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष और दो पूर्व मुख्यमंत्री शिवसेना के समर्थन के पक्ष में हैं जबकि पूर्व केंद्रीय गृह मंत्री सुशील कुमार शिंदे और मुंबई कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष संजय निरुपम इसके खिलाफ हैं।
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