मिली जानकारी के मुताबिक, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 11 दिसंबर को समृद्धि महामार्ग के पहले चरण का उद्घाटन करेंगे। इसके चालू होने से नागपुर से शिरडी की दूरी 10 घंटे की बजाय अब मात्र पांच घंटे में तय की जा सकती है। हालांकि इस यात्रा के लिए 900 रुपए का टोल भी चुकाना पड़ेगा।
मुंबई-नागपुर समृद्धि महामार्ग को महाराष्ट्र के दो प्रमुख शहरों मुंबई और नागपुर के बीच कनेक्टिविटी में सुधार करने और दोनों शहरों के बीच की दूरी को कम करने के हिसाब से बनाया जा रहा है। यह राज्य के 10 जिलों से होते हुए 392 गांवों से होकर गुजरेगा और दोनों शहरों के बीच यात्रा के समय को घटाकर सात घंटे कर देगा।
आधिकारिक तौर पर हिंदू हृदयसम्राट बालासाहेब ठाकरे महाराष्ट्र समृद्धि महामार्ग (Hindu Hrudaysamrat Balasaheb Thackeray Maharashtra Samruddhi Mahamarg) के रूप में जाना जाने वाला समृद्धि महामार्ग 10 जिलों, 26 तालुकों और 392 गांवों को जोड़ेगा। इससे नागपुर और मुंबई के बीच यात्रा का समय 16 से आठ घंटे तक हो जायेगा। एक्सेस कंट्रोल रोड में छह लेन, जिसमें हर दिशा में तीन लेन और सर्विस लेन के तौर पर दो सड़कें हैं।
समृद्धि महामार्ग को 150 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से चलने वाले वाहनों के हिसाब से डिजाइन किया गया है। हालांकि, एक अधिसूचना के माध्यम से राज्य सरकार ने आठ यात्री सीटों वाले वाहनों के लिए गैर-पहाड़ी इलाकों में 120 किमी प्रति घंटे और पहाड़ी इलाकों में 100 किमी प्रति घंटे की अधिकतम स्पीड लिमिट तय की है।
समृद्धि महामार्ग का पहला चरण नागपुर से शिरडी तक शुरू हो रहा है। इससे पहले महामार्ग का उद्घाटन मई 2022 में होना था। लेकिन वन्यजीव ओवरपास का एक हिस्सा दुर्घटनाग्रस्त होने के कारण उद्घाटन कार्यक्रम रद्द कर दिया गया था। इससे पहले कोरोना काल में देशव्यापी लॉकडाउन के चलते मुंबई से नागपुर समृद्धि महामार्ग का निर्माण प्रभावित हुआ था। शिरडी से मुंबई यानी समृद्धि महामार्ग का अंतिम चरण 2023 के मध्य तक शुरू होने की संभावना है।