19 जून की रात बागवान अपने ड्राइवर के साथ वनमोरे के घर पहुंचा। खजाना खोजने के लिए उसने तंत्र-मंत्र शुरू किया। परिवार के सभी सदस्यों को घर की छत पर भेज दिया। इसके बाद एक-एक सदस्य को बुला कर जहर मिली चाय पीने के लिए दी। अंदेशा है कि जहर की वजह से 20 जून को सभी की मौत हो गई। म्हैसाल में वनमोरे बंधु अलग घर में रहते थे। दोनों के घर के बीच एक किमी का फासला है।
यह था मामला: तांत्रिक ने पिलाया था परिवार के 9 सदस्यों को जहर, गिरफ्तार
महाराष्ट्र के सांगली जिले की मिरज तहसील के म्हैसाला में एक ही परिवार के नौ सदस्यों की आत्महत्या के मामले में चौंकानेवाला खुलासा हुआ है। दावा किया जा रहा कि तांत्रिक ने सभी लोगों को पिलाया था। पुलिस ने तांत्रिक अब्बास मोहम्मद अली व धीरज चंद्रकांत सुर्वसे को गिरफ्तार किया है। सांगली पुलिस ने इस मामले में पहले दो दर्जन से ज्यादा लोगों को गिरफ्तार किया था। जांच के दौरान पुलिस को पता चला कि तांत्रिक और सुर्वसे 18 जून को सोलापुर से म्हैसाला आए थे। जांच में पता चला कि दोनों ने ही परिवार के लोगों को जहर पिलाया था। विदित हो कि 20 जून के म्हैसाला के दो घरों से नौ शव बरामद हुए थे। डॉ. माणिक वनमोरे और उनके भाई पोपट मनमोरे (टीचर) के परिवार के साथ उनकी 72 साल की मां की मौत हो गई थी। शुरू में दावा किया जा रहा कि कर्ज बोझ तले दबे पूरे परिवार ने आत्महत्या कर ली।