मुंबई की एक चॉल के पुनर्विकास में कथित अनियमितताओं से जुड़े धन शोधन के मामले में शिवसेना सांसद संजय राउत को गिरफ्तार किया गया है। ईडी की टीम ने कल सुबह सात बजे संजय राउत के भांडुप स्थित ‘मैत्री’ बंगले पर छापेमारी की थी। दिनभर की पूछताछ के बाद रात करीब साढ़े 11 बजे राउत को गिरफ्तार कर लिया गया।
सोमवार को शिवसेना ने यह मुद्दा संसद में उठाया और उन्हें कांग्रेस का समर्थन भी मिला। शिवसेना की सांसद प्रियंका चतुर्वेदी ने इस मुद्दे पर तत्काल चर्चा के लिए राज्यसभा में कार्यस्थगन का नोटिस दिया था। प्रियंका चतुर्वेदी ने आरोप लगाया कि देश में ईडी, सीबीआई, आईटी का गलत इस्तेमाल हो रहा है। उन्होंने सबसे पहले इस मुद्दे पर उपरी सदन में चर्चा कराने की मांग की।
राउत की गिरफ्तारी पर विपक्ष के नेता (LoP) मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा “ये सरकार विपक्ष को दबाना चाहती है, अगर कोई प्रॉपर्टी का मामला है तो उसके लिए कानून है और उसके तहत एक्शन लीजिए न कि उसके घर जाकर 6 घंटे पूछताछ करना ये सब उत्पीड़न है और विपक्ष को खत्म करनी की बातें चल रही हैं।
कांग्रेस नेता ने आरोप लगाते हुए कहा “वो संसद को विपक्ष मुक्त चाहते हैं इसलिए वो ऐसा कर रहे हैं लेकिन संजय राउत कानूनी तौर पर लड़ेंगे और उन्हें जो कुछ कहना है वो कहेंगे।
वहीँ, महाराष्ट्र में भी शिवसेना कार्यकर्ता पार्टी नेता की गिरफ़्तारी से आक्रोशित है। कई स्थानों पर शिवसेना कार्यालय के बाहर शिवसैनिकों का धरना चल रहा है। नासिक में संजय राउत के समर्थन में शिवसैनिक प्रदर्शन कर रहे है। ईडी और बीजेपी के खिलाफ नारे लगा रहे हैं। शिवसेना नेता चंद्रकांत खैरे और अंबादास दानवे के नेतृत्व में औरंगाबाद में भी ईडी की कार्यवाई का जोरदार विरोध हो रहा है। जहां सैकड़ों शिवसैनिक सड़क पर उतरे है।