यह पूछे जाने पर कि क्या ईडी का नोटिस ही शिवसेना के विद्रोह करने और बीजेपी के साथ जाने की कोशिश का प्रमुख कारण है, शिवसेना के दिग्गज नेता संजय राउत ने कहा, “मेरी जानकारी के अनुसार अधिकांश बागी विधायकों को ईडी का नोटिस मिला है। बीजेपी ईडी के जरिए उन पर दबाव बना रही है। जबकि अन्य विधायक भी केंद्रीय एजेंसी की रडार पर है।“ यहां तक कि उन्होंने एकनाथ शिंदे पर भी प्रवर्तन निदेशालय की निगरानी होने का दावा किया।
संजय राउत ने कहा “विद्रोही समूह के कई नेता ईडी कार्यालयों के चक्कर लगा रहे हैं। और उसके बाद वे एकनाथ शिंदे और बीजेपी नेताओं से मिलते रहे हैं। साफ है कि वे बीजेपी से हाथ मिलाकर इस दुर्दशा से बाहर निकलना चाहते हैं।“
शिंदे और मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के बीच मुलाकात को लेकर राउत ने कहा, “हमने उनसे पहले ही बैठक के लिए मुंबई आने का आग्रह किया है। यह बात उन्हें फोन पर कही गई और साथ ही मुख्यमंत्री ने फेसबुक लाइव सेशन के जरिए भी यही अपील की। लेकिन जब तक शिंदे और अन्य विधायक मुंबई नहीं आ जाते, तब तक कुछ कहा या किया नहीं जा सकता।“
इस बीच, शिवसेना के सूत्रों ने बताया कि उद्धव ठाकरे आज पार्टी के वरिष्ठ नेताओं और सांसदों के साथ बैठक कर बड़ी घोषणा कर सकते है। दरअसल कभी उद्धव ठाकरे के वफादार साथी रहे एकनाथ शिंदे मीडिया को बताया कि उनके पास 46 विधायकों का समर्थन है और यह संख्या आगे भी बढ़ती रहेगी। इस वजह से महा विकास अघाड़ी (एमवीए) सरकार के ढाई साल में ही महाराष्ट्र की सत्ता से बाहर जाना लगभग तय हो गया है।