शातिर दिमाग
डीसीपी ने कहा कि आरोपी शातिर दिमाग हैं। वे जानते थे कि गिरफ्तारी के बाद भारत में उनके बैंक खाते फ्रीज किए जा सकते हैं। इसीलिए उन्होंने नेपाल के बैंक में खाता खोला। उसमें वसूली की रकम उसमें ट्रांसफर करवाई। हमने नेपाल प्रशासन को मामले की जानकारी दी है। संबंधित बैंक खाते के बारे में जानकारी के लिए अनुरोध किया है। उन्होंने कहा कि बार-बार सतर्क करने के बावजूद लोग ऑनलाइन ठगी के शिकार हो रहे हैं। सभी को सतर्क-सजग रहना चाहिए। सोशल मीडिया प्रलोभनो और अज्ञात की तरफ से मिले फ्रेंड रिक्वस्ट को नजरअंदाज करना चाहिए।