वहीं शिवसेना ने दावा किया कि पेट्रोल पंपों को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तस्वीर लगाने के लिए कहा गया है। दरअसल, प्रधानमंत्री की तस्वीर के साथ एनडीए सरकार के शासन में ईंधन के बढ़ते दामों का विवरण भी लगाया जाना चाहिए। शिवसेना ने कहा कि हाल ही में जब पेट्रोल के दाम अब तक के सबसे ऊंचे स्तर पर चले गए थे तो केंद्र सरकार ने इसमें हस्तक्षेप किया था, लेकिन लोगों की खुशियां कुछ समय तक ही रहीं, क्योंकि ईंधन के दाम दोबारा बढ़ गए। पिछले ढाई
महीने में पेट्रोल की कीमत दिल्ली में कल पहली बार 78 रुपए प्रति लीटर के स्तर को पार कर गई। वहीं, डीजल का दाम 69.61 रुपये प्रति लीटर हो गया है।
नोटबंदी को लेकर घिरी मोदी सरकार
एक ओर जहां पैट्रोल के दामों को लेकर मोदी सरकार हाशिए पर है वहीं आरबीआई की रिपोर्ट आने के बाद सरकार की परेशानियां और भी बढ गई है। विपक्षी नेता इस पर केंद्र सरकार पर जमकर निशाना साध रहे हैंं। पूर्व केंद्रीय वित्तमंत्री पी.चिदंबरम ने सरकार को आडे हाथ लेते हुए कहा कि देश ने नोटबंदी की कीमत चुकाई है और इससे देश की जीडीपी को बहुत नुकसान हुआ है।