रिश्तों में नहीं लाना चाहते खटास शिवसेना को उप-मुख्यमंत्री पद देने से मुख्यमंत्री सीधे इनकार कर अपने संबंधों में खटास नहीं डालना चाहते हैं। शायद इसीलिए उन्होंने गेंद दिल्ली दरबार के पाले में डाल दी है। उद्धव को हर प्रकार से खुश रखने के आश्वासन पर ही फडणवीस उन्हें लोकसभा चुनाव से पहले गठबंधन के लिए मना पाए थे। मंत्रिमंडल विस्तार में दो कैबिनेट मंत्री शिवसेना को देने का प्रस्ताव रखा गया है। दूसरी तरफ उद्धव एक कैबिनेट मंत्री और उप मुख्यमंत्री का पद चाहते हैं।
देसाई के नाम की चर्चा उप-मुख्यमंत्री पद के लिए शिवसेना के वरिष्ठ नेता और उद्योग मंत्री सुभाष देसाई की नाम की चर्चा है। इससे नाराज पार्टी का एक अन्य गुट इस पद के लिए एकनाथ शिंदे का नाम आगे बढ़ाने में जुट गया है। इसके लिए मातोश्री पर लॉबिंग शुरू है। सेना विधायकों में इस बात की भी चर्चा है कि ग्रामीण इलाकों में लोगों के बीच से चुन कर आने वाले विधायकों के बजाय विधान परिषद सदस्यों को कैबिनेट में स्थान दिया जा रहा है।