विधानसभा सत्र खत्म होने के बाद पाटिल को उनके क्षेत्र में वापस जाने के लिए देवगिरि एक्सप्रेस में सेकंड एसी कोच की व्यवस्था की गई थी, उन्हें साइड बर्थ 35 और 36 सीट मिली। जिससे नाराज हुए पाटिल और उनके सहयोगी ने बार-बार चेन खींचकर ट्रेन को प्लेटफॉर्म पर ही रोके रखा। छत्रपति शिवाजी टर्मिनल से ट्रेन को निर्धारित समय 9.10 मिनट पर छूटना था, वह 9.57 मिनट पर छूट सकी। शिवसेना विधायक और उनके सहयोगियों ने मस्जिद स्टेशन पर फिर से ट्रेन रोक दी।
दो और ट्रेनें लेट
इस कारण दो और लंबी दूरी की ट्रेन सिद्धेश्वर एक्सप्रेस और सीएसटी-मंगलौर एक्सप्रेस 15 मिनट देरी से चलीं। चार लोकल ट्रेन भी बाधित हुईं और एक हजार से अधिक लोगों की भीड़ प्लेटफॉर्म पर जमा रही। सेंट्रल रेलवे के जनरल मैनेजर सुनील कुमार ने कहा कि मामले की पूरी जांच की जाएगी।