शिवसेना के युवा नेता आदित्य ने कहा, हम सिर्फ घोषणाएं नहीं करते हैं। महाराष्ट्र के लोगों से यह हमारा वादा है, इसलिए हमने वचननामा तैयार किया है। उन्होंने कहा कि फूड ज्वाइंट पूरे राज्य में खोले जाएंगे। हमने आंकलन किया है कि फूड ज्वाइंट खोलने की लागत कितनी आएगी और इन पर कितने लोगों को रोजगार मिल सकता है। इसका मकसद लोगों को कम पैसे अच्छी क्वालिटी का भरपेट भोजन मुहैया कराना है।
आरे में पेड़ों की कटाई पर चुप्पी आरे कॉलोनी में मेट्रो कारशेड बनाने के लिए पेड़ों की कटाई का शिवसेना ने विरोध किया था। आदित्य और उद्धव ने मुंबई मेट्रो रेल कारपोरेशन को सुझाव दिया था कि हरे-भरे पेड़ों को काटने के बजाय मेट्रो कारशेड बनाने के लिए दूसरे विकल्पों पर विचार करना चाहिए। पर्यावरण प्रेमियों के विरोध के बावजूद आरे में पेड़ों की कटाई का काम पूरा हो गया है। लेकिन शिवसेना के वचननामे में कहीं भी आरे में पेड़ों की कटाई का जिक्र नहीं किया गया है।
वन क्षेत्र के विकास का वादा आरे में पेड़ों की कटाई पर पार्टी ने भले ही चुप्पी साध ली है, मगर मुंबई और ठाणे में खाली पड़ी जमीन पर वन क्षेत्र के विकास का वादा किया है। उद्धव ने कहा कि पर्यावरण संतुलन को बनाए रखने में वनों की भूमिका अहम है। हम इस दिशा में काम करते रहेंगे।
1995 से झुणका भाकर योजना उल्लेखनीय है कि शिवसेना-भाजपा की युति सरकार के समय मई, 1995 में राज्य में झुणका भाकर योजना शुरू की गई थी। आम लोगों को सस्ता नाश्ता-खाना मुहैया कराने के लिए शुरू की गई इस योजना के तहत कुल राज्य भर में 6,200 झुणका भाकर केंद्र खोले गए। इनमें से 240 झुणका भाकर केंद्र मुंबई में हैं।