scriptकोरोना और इंफ्लुएंजा से बचाएगी शायकोकैन डिवाइस | Shyokcan device will protect against corona and influenza | Patrika News

कोरोना और इंफ्लुएंजा से बचाएगी शायकोकैन डिवाइस

locationमुंबईPublished: Feb 18, 2021 07:48:05 pm

देश में दुनिया का पहला ऐसा उपकरण जो घर, दफ्तर, स्कूल में वायरस को मारेगाअमरीका, यूरोप, अफ्रीका और ऑस्ट्रेलिया सहित कई देशों में उपलब्ध

कोरोना और इंफ्लुएंजा से बचाएगी शायकोकैन डिवाइस

मशहूर वैज्ञानिक डॉ. राजा विजय कुमार ने किया ईजाद

बसंत मौर्या/मुंबई. महामारी से निजात दिलाने के लिए दुनिया भर के वैज्ञानिक दिन-रात काम कर रहे हैं। वैज्ञानिक और बेंगलूरु की ऑर्गनाइजेशन डिस्कैलन के वैश्विक अध्यक्ष डॉ राजा विजय कुमार ने शायकोकैन नामक ऐसी डिवाइस बनाई है, जो कोरोना-इफ्लुएंजा वायरस को निष्प्रभावी कर सकती है। अपनी तरह का यह दुनिया में पहला उपकरण है, जो कई बीमारियों से सुरक्षा प्रदान करता है। यह उपकरण स्कूल-कॉलेजों, घरों-दफ्तरों, होटल-रेस्टोरेंट, एयरपोर्ट आदि जगहों पर आसानी से लगाया जा सकता है। शायकोकैन एक बेलनाकार उपकरण है। इसका कोई साइड इफेक्ट भी नहीं है। डॉ. राजा ने बुधवार को बताया कि बंद परिसरों में इस उपकरण से कोरोना और इंफ्लुएंजा वायरस निष्प्रभावी किए जा सकते हैं। निमोनिया, एआरडीएस, सार्स, मर्स, मौसमी फ्लू, स्वाइन फ्लू जैसी बीमारियों से भी सुरक्षा मिलेगी। अमरीका, यूरोप, अफ्रीका और ऑस्ट्रेलिया सहित कई देशों में उपकरण का प्रयोग किया जा रहा है।

कोरोना वायरस मारने में 99.994 फीसदी प्रभावी
दुनिया के कई देशों में किए गए प्रयोग में यह उपकरण वायरस के मौजूदा स्वरूप के साथ ही भविष्य के वैरिएंट और म्यूटेंट को बेअसर कर सकता है। शायकोकैन उपकरण कोरोना और इंफ्लुएंजा के वायरस को निष्क्रिय करने में 99.994 प्रतिशत तक प्रभावी है।

अमरीका के एफडीए और यूरोपीय यूनियन की मंजूरी
डॉ. राजा ऑर्गनाइजेशन डिस्कैलन के वैश्विक अध्यक्ष हैं। शायकोकैन उपकरण का का विकास उन्होंने संस्था के बेंगलुरू परिसर में किया है। पिछले साल जुलाई में इसे अमरीका के एफडीए और यूरोपीय यूनियन की मंजूरी मिल चुकी है। 30 से ज्यादा आविष्कार कर चुके डॉ. राजा कैंसर के इलाज में कारगर सायटोट्रॉन नामक ऐसी मशीन भी बना चुके हैं, जिससे नुकसानदेह रेडिएशन नहीं फैलता।

कैसे करता है काम
पर्यावरण संतुलन को कायम रखते हुए यह उपकरण कोविड-इन्फ्लुएंजा परिवार के सभी वायरस के प्रसार को रोकता है। कोरोना एक पॉजिटिव चार्ज वायरस है, जिसका एस-प्रोटीन हमारी कोशिका से जुड़ता है और खुद में वृद्धि के लिए फोटोकॉपी मशीन की तरह अपने कोशिकीय तंत्र का उपयोग करता है। शायकोकैन इसके पॉजिटिव चार्ज को बेअसर कर देता है।

loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो