बता दें कि कोपर खैरने सेक्टर-2 स्थित प्लाजा नामक इमारत में दो महिने पहले अरुणेश मिश्रा अपने परिवार के साथ रहने आए थे, उन्होंने सोसायटी के अध्यक्ष एवं सेक्रेटरी को कार पार्किंग एवं अन्य खानापूर्ति के लिए एक निवेदन पत्र दिया था, लेकिन सोसायटी के पदाधिकारी पहले ही दिन से परेशान करना शुरू कर दिया। हालांकि सोसायटी कमेटी के सदस्यों की मनमानी पिछले कई वर्षों से चलती आ रही है, उसमे नए मेंबर के आगमन से जहाँ सोसायटी हेल्प करती है वहीं इन्हें खतरा नजर आने लगा इसलिए शुरुवाती दौर से ही परेशान किया जाने लगा, इतना ही नही सोसायटी के सेक्रेटरी रमाशंकर केसरवानी एवं अध्यक्ष धीरज रनखांबे तो कायदे कानून एवं मर्यादा की हद को लांघकर गाली-गलौज पर उतर आए। इस मामले को लेकर नए सदस्य अरुणेश मिश्रा कोपर खैरने पुलिस स्टेशन जाकर शिकायत दर्ज करवाई लेकिन इसका भी उन पर कोई असर नही पड़ा। उसके कुछ दिन बाद वापस गाली गलौज किया तब भी पुलिस स्टेशन में जाकर शिकायत की लेकिन ना तो पुलिस कोई एक्शन लिया ना तो सोसायटी के पदाधिकारियों पर इसका कोई फर्क पड़ा। आखिरकार कार पार्किंग का विवाद इतना तूल पकड़ लिया कि सोसायटी के सेक्रेटरी को बाहर के गुंडों की मदद लेनी पड़ी और अपनी दबंगई बरकरार रखने के लिए सोसायटी के अंदर अरुणेश एवं उनके रिश्तेदार अमित शुक्ला पर हमला करवा दिया गया, इस हमले में गंभीर जख्मी अमित शुक्ला को अस्पताल में भर्ती करवाया गया। जहां डॉक्टर ने नाक फ्रैक्चर होने की बात बताई है। हालांकि इस हमले के बाद पुलिस मामला तो दर्ज कर लिया है लेकिन अभी तक एक भी आरोपी को गिरफ्तार नही किया जा सका है। जख्मी अमित का कहना है कि पुलिस ने सोसायटी के सेक्रेटरी रामशंकर केसरवानी, उसके सुपुत्र गौरव केसरवानी एवं निखिल राजे के खिलाफ शिकायत दर्ज किया है, जबकि इस मारपीट में बाहर के तीन से चार गुंडों को बुलाया गया था। इसका मतलब साफ है कि सोसायटी के सेक्रेटरी एवं अध्यक्ष के विरुद्ध कोई भी कदम उठाने की कोशिश किया तो उसका भी यही हश्र होगा। जानकारी यह भी मिली है कि सेक्रेटरी के खिलाफ इससे पहले भी गबन किए जाने का मामला है। फिलहाल पुलिस अभी तक आरोपियों को गिरफ्तार नही की है। इस संदर्भ में वरिष्ठ पुलिस निरीक्षक सूर्यकांत जगदाले से बात की गई तो उन्होंने कहा कि आरोपी जल्द ही पुलिस की गिरफ्त में होंगे।