script5 हजार शिक्षकों को विशेष प्रशिक्षण, 50 करोड़ खर्च करने की योजना | Special training to 5 thousand teachers, plan to spend 50 crores | Patrika News

5 हजार शिक्षकों को विशेष प्रशिक्षण, 50 करोड़ खर्च करने की योजना

locationमुंबईPublished: Oct 13, 2019 01:36:22 pm

Submitted by:

Rohit Tiwari

हर साल नए तैयार होते हैं 20 लाख इंजीनियर ( 2 Million Engineers ), 3.5 लाख लोगों को ही मिल पाती है नौकरी ( Service ), 57 हजार जगह खाली ( 57 Thousand Vacant Places ), शिक्षकों को दिया गया निर्देश, ‘उच्च शिक्षा और तकनीकी शिक्षा निदेशालय’ ( Directorate of Higher Education and Technical Education ) के तहत एक ‘शिक्षक प्रशिक्षण संस्थान’ ( Teacher Training Institute ) की स्थापना की गई

5 हजार शिक्षकों को विशेष प्रशिक्षण, 50 करोड़ खर्च करने की योजना

5 हजार शिक्षकों को विशेष प्रशिक्षण, 50 करोड़ खर्च करने की योजना

मुंबई. उच्च और तकनीकी शिक्षा निदेशालय ने छात्रों को इंजीनियरिंग विभाग से तकनीकी और कुशल शिक्षा प्राप्त करने के लिए सुनिश्चित करते हुए पहले शिक्षकों को प्रशिक्षित करने की योजना बनाई है। लगभग 5 हजार शिक्षकों को इस योजना के तहत विशेष प्रशिक्षण दिया जाएगा और इसके लिए 50 करोड़ रुपये खर्च करने की योजना बनाई गई है। देश भर के करीब साढ़े तीन हजार इंजीनियरिंग कॉलेजों से हर साल लगभग 20 लाख इंजीनियर नए तैयार होते हैं। वहीं एआईसीटीई के सूत्रों की माने तो इनमें से लगभग 3.5 लाख लोगों को ही वास्तव में नौकरी मिल पाती है। विदित हो कि इस साल नौकरियों की कमी के कारण इंजीनियरिंग कॉलेजों की विभिन्न शाखाओं में लगभग 57 हजार जगह खाली पड़ी हैं, जिसमें सिविल और मैकेनिकल पाठ्यक्रमों में बड़ी संख्या में सीटें खाली हैं। इस बात को गंभीरता से लेते हुए विश्वविद्यालयों और उच्च शिक्षा विभाग के शिक्षकों की व्यावसायिक क्षमता को विकसित करने के लिए ‘उच्च शिक्षा और तकनीकी शिक्षा निदेशालय’ के तहत एक ‘शिक्षक प्रशिक्षण संस्थान‘ की स्थापना की गई है।
जल संसाधन विभाग ने 500 जूनियर इंजीनियर पदों की निकाली भर्ती, फटाफट करें अप्लाई

एआईसीटीई का नया नियम: अब 15 छात्रों पर रखना होगा एक शिक्षक

5 हजार शिक्षकों को विशेष प्रशिक्षण, 50 करोड़ खर्च करने की योजना
https://twitter.com/RohitKumarTiwa8?ref_src=twsrc%5Etfw
समिति का गठन…
अतिरिक्त मुख्य सचिव, उच्च और तकनीकी शिक्षा, वित्त विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव, कौशल विकास और स्कूल शिक्षा विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव व परियोजना निदेशक, तकनीकी शिक्षा निदेशक आदि की अध्यक्षता में इस शिक्षक प्रशिक्षण योजना के लिए नौ शिक्षकों की एक उच्च स्तरीय समिति का गठन किया गया है। पारंपरिक तरीकों के बजाय, उद्योगों की आवश्यकताओं का अध्ययन करके शिक्षकों को प्रशिक्षित किया जाएगा। जबकि दुनिया भर के कई विश्वविद्यालय आत्मनिर्भर हैं, भारतीय विश्वविद्यालयों का बोझ सरकार की ओर से है। जबकि पश्चिमी विश्वविद्यालयों में उद्योग की जरूरतों को ध्यान में रखते हुए पाठ्यक्रम और शिक्षा-अनुसंधान पर जोर दिया जाता है। वहीं तकनीकी शिक्षा निदेशक की माने तो उसी तरह महाराष्ट्र में एक औद्योगिक पाठ्यक्रम है और शिक्षकों को इस संबंध में छात्रों को पढ़ाने के लिए निर्देशित किया गया है।
loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो