कोटा में महाराष्ट्र के लगभग दो हजार विद्यार्थी अध्ययन कर रहे थे। कोटा में देश भर से छात्र कोचिंग करने के लिए जाते हैं। पिछले 13 दिनों में विभिन्न राज्यों के लगभग 27 हजार विद्यार्थियों की कोटा से सकुशल वापसी हो चुकी है। गुरुवार को महाराष्ट्र से कोचिंग लेने गए विद्यार्थियों की रवानगी के समय बेहद भावुक पल देखने को मिले।
महाराष्ट्र के बारामती से सांसद सुप्रिया सुले तथा महाराष्ट्र सरकार में कैबिनेट मंत्री जयंत पाटिल ने कोटा से रवाना होने से पहले विद्यार्थियों से वीडियो कॉलिंग पर बात की।
उन्होने कोटा में पढ़ रहे स्टूडेंट्स से पढ़ाई, यहां रहने के दौरान व्यवस्थाओं समेत कई सवाल किए। विद्यार्थियों ने कहा लॉकडाउन के बावजूद कोटा में हमें हर तरह की सुविधाएं दी जा रहीं थीं।
सभी राज्यों के विद्यार्थी जा चुके हैं, तो हमारा मन नहीं लग रहा था। घर की याद आ रही है। ऐसे में वापस घर जाना है। कोटा से रवाना हो रही हर बस को सेनेटाइज किया गया।
हर छात्र का थर्मल टेम्परेचर टेस्ट किया गया। सभी छात्रों को मास्क वितरित किए गए। स्टूडेंट्स को अल्पाहार के साथ भोजन भी दिया गया। सांसद सुले ने वीडियो कॉल के माध्यम से कोटा प्रशासन को धन्यवाद दिया।
उन्होंने कहा कि कोटा ने हमारे स्टूडेंट्स को अभिभावकों की तरह जो प्यार दिया है। इसके लिए मैं पूरे महाराष्ट्र के अभिभावकों आभारी हूं। जयंत पाटिल ने भी कोटा प्रशासन की व्यवस्थाओं को सराहते हुए कहा कि किसी भी स्टूडेंट को रास्ते में कोई तकलीफ नहीं आने दी जाएगीकोटा ने जो व्यवस्था शुरू की है वो अंत तक जारी रखेंगे। हर स्टूडेंट का कोटा की तरह ख्याल रखेंगे।