मुबंई पुलिस ने बुधवार को ठक-ठक गैंग के सरंगना जिसका नाम रवीचंद्रन मुदालियर बताया जा रहा है को गिरफ्तार किया। आरोपी से जब पूछताछ की गई तो उसने बातचीत के लिए तमिल भाषा का उपयोग किया। उसने हिंदी नहीं आने की बात कही। ऐसे में पुलिस ने उसके बेटों के बारे में उसे बताया तो उसने हिंदी में बात करते हुए ठक-ठक गैंग से जुड़े होने और चोरी की वारदातों को अंजाम देने की बात स्वीकार ली।
बताया जा रहा कि रवीचंद्रन मूल रूप से तमिलनाडु का रहने वाला है जो कि छोटी उम्र में मुबंई आ गया था और यहां ठक-ठक गैंग के साथ जुड़कर चोरी करने लगा। आरोपी के दो बेेटे भी हैं। जिनमें से एक तो डॉक्टर है और दूसरा इंजीनियर है। पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार रवीचंद्रन पीछले वर्ष कैश वैन से हुई डेढ़ करोड़ की डकैती में भी शामिल था।
कैसे करते थे चोरी
ठक-ठक गैंग के चोरी करने का तरीका बहुत अलग था। लोगों का ध्यान बटाकर वह दिन दहाड़े चोरी किया करते थे। यह लोग चोरी करने के लिए कार चालकों को निशाना बनाते थे। कोई एक व्यक्ति गाड़ी के कांच पर ठक-ठक करके ड्राइवर को गाड़ी से तेल गिरने, गेट खुल्ला होने का कहकर ध्यान बटाता था। जब चालक गाड़ी का कांच नीचे करता या बाहर आता इतने में गैंग के अन्य लोग कार से किमती समान व पैसे चोरी कर लिया करते थे।
मामला कैसे आया सामने
पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार पीछले महिने एक ज्वैलरी डिजाइनर ने मुंबई पुलिस के पास मुकदमा दर्ज करवाया था। उसने बताया कि एक व्यक्ति ने उसे गाड़ी से तेल बाहर गिरने की बात कही। जब वह गाड़ी से बाहर आया तो बदमाश उसकी गाड़ी की सीट पर रखे किमती सामान और नगद राशि लेेकर भाग गए।