बैठने की व्यवस्था भी
इस गली में बैठने के लिए बेंच लगे हुए हैं, मगर अपने साथ चटाई लाकर जमीन पर ही पढ़ते हैं। परीक्षा के समय इस गली में विद्यार्थियों की संख्या अधिक रहती है जबकि अन्य दिनों में आमतौर पर पढ़ाई करने या किसी प्रतियोगिता की तैयारी करने वाले विद्यार्थी ही आते हैं। महानगर पालिका ने इस गली को अभ्यास गली का नाम दिया है और पढऩे के लिए विशेष लाइट की व्यवस्था भी की है। विद्यार्थियों का कहना है कि परीक्षा के समय इस गली में चलते फिरते शौचालय गाड़ी की व्यवस्था हो तो उन्हें शौचालय के लिए घर नहीं जाना पड़ेगा।