महाराष्ट्र में देवेंद्र फडणवीस बीजेपी के कद्दावर नेता हैं। महाराष्ट्र में 5 साल का कार्यकाल पूरा करने के बाद बीजेपी-शिवसेना गठबंधन ने 2019 विधानसभा चुनाव में शानदार जीत दर्ज की थी लेकिन इस जीत के बाद शिवसेना ने बीजेपी का साथ छोड़ दिया और एनसीपी-कांग्रेस के साथ मिलकर महाराष्ट्र में सरकार बना ली। इन दलों ने महा विकास अघाड़ी के नाम से गठबंधन भी बनाया।
बता दें कि 2019 विधानसभा चुनाव में जीत के बाद शिवसेना मुख्यमंत्री पद के लिए दावा कर रही थी, जबकि विधानसभा चुनाव देवेंद्र फडणवीस के नेतृत्व में लड़ा गया था।
महज 27 साल की उम्र में महापौर बन गए थे फडणवीस बीजेपी नेता देवेंद्र फडणवीस छात्र जीवन से ही राजनीति में उतर गए थे। 90 के दशक में बीजेपी के छात्र संगठन एबीवीपी के सक्रिय सदस्य थे। महज 22 साल की उम्र में नागपुर में पार्षद बने और 27 साल की उम्र में नागपुर नगर निगम के सबसे कम उम्र के महापौर बन गए थे। भारत के लोकतांत्रिक इतिहास में देवेंद्र फडणवीस सबसे कम उम्र महापौर हैं।
महाराष्ट्र की राजनीति का सबसे बड़ा चाणक्य अब तक एनसीपी प्रमुख शरद पवार को कहा जाता है, लेकिन अब चाणक्य तो देवेंद्र फडणवीस बन गए हैं। राजनीति के इस खेल में देवेंद्र फडणवीस ने ऐसी जाल बिछाई की एक साथ तीन-तीन पार्टियां धराशायी हो गई। आज जो कुछ हो रहा है इसकी पटकथा दिसंबर 2019 में लिखनी शुरू हो गई थी. जब विधानसभा के सत्र में देवेंद्र फडणवीस ने साफ कहा था कि मैं लौटूंगा।
31 अक्टूबर 2014 को देवेंद्र फडणवीस पहली महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री बने और पूरे 5 साल सरकार चलाई। फिर 2019 विधानसभा के बाद 23 नवंबर 2019…देवेंद्र फडणवीस ने अचानक सुबह-सुबह मुख्यमंत्री पद की शपथ ली। साथ ही एनसीपी के नेता अजित पवार ने उपमुख्यमंत्री पद की शपथ ली, क्योंकि शिवसेना और बीजेपी चुनाव के बाद अलग हो चुके थे। अब देवेंद्र फडणवीस तीसरे बार मुख्यमंत्री बन सकते है, क्योंकि ढ़ाई साल के बाद उद्धव सरकार गिर चुकी है।