वादा किया था कि मात्र 800 सौ रुपए में एक दंपती को अनलिमिटेड खाना खिलाया जाएगा। तीन दिन की योजना के तहत लोगों को खाने में पॉपलेट, सुरमई, बांगड़ा, प्रांस जैसी मछलियों की पेशकश की गई थी।
गुप्ता और शिंदे ने एक पुस्तिका भी बनाई थी जिसमें लिखा था कि जो लोग ऑनलाइन बुकिंग करेंगे, उनके लिए आठ सौ रुपए और जो लोग उनके होटल में आकर बुकिंग करेंगे, उन्हें एक हजार रुपए चुकाने पड़ेंगे। कई दिनों से वे इस स्कीम की विज्ञापनबाजी कर रहे थे। अच्छा ऑफर देख दो दर्जन से अधिक लोगों ने बुकिंग करा ली।
लेकिन, जब लोग नियत तिथि पर भोजन के लिए वहां पहुंचे तब बताया गया कि होटल गुप्ता और शिंदे का है ही नहीं। गुप्ता और शिंदे के झांसे में कई लोग फंस गए थे। लेकिन, दोनों के खिलाफ ठगी का शिकायत शिवाजीराव देशमुख ने मानपाड़ा पुलिस थाने में की। शिकायत के आधार पर पुलिस ने अरुण शिंदे को गिरफ्तार कर लिया है जबकि गुप्ता फरार है।