पत्रिका न्यूज नेटवर्क मुंबई. कोरोना वायरस लॉक डाउन के कारण इस बार मुंबई के मंदिरों में हनुमान जयंती महोत्सव नहीं हो सकेगा, इसलिए घर में रहकर ही लोग बजरंग बली की विधिवत पूजा करेंगे। इस दिन पूर्णिमा होने के कारण भगवान सत्यनारायण पूजा के साथ हनुमान जी की पूजा भी की जाएगी। हनुमान जी की पूजा के साथ भगवान राम, लक्ष्मण और माता सीता की पूजा की जाती है। इस दिन राम चरितमानस और बाल कांड, अयोध्या कांड, अरण्य कांड, किष्किन्धा कांड, सुन्दर कांड, लंका कांड एवं उत्तरकांड का भी विशेष पाठ किया जाता है। इस बार पूर्णिमा 8 अप्रैल को सुबह आठ बजे तक ही पूर्णिमा तिथि है। इसलिए इस दिन सुबह 6.03 बजे से 06.07 बजे के बीच पूजा करना फलदायी रहेगा। इस समय सर्वार्थ सिद्धि योग है, तो पूजा का महत्व और भी बढ़ जाएगा। हनुमान जयंती का महत्व पं. पी. आर. रवि ने बताया कि भक्तों के लिए हनुमान जयंती का खास महत्व है। संकटमोचन हनुमान को प्रसन्न करने के लिए भक्त पूरे दिन व्रत रखते हैं और हनुमान चालीसा का पाठ करते हैं। इस दिन पांच या 11 बार हनुमान चालीसा का पाठ करने से पवन पुत्र हनुमान प्रसन्न होकर भक्तों पर कृपा बरसाते हैं। इस मौके पर मंदिरों में विशेष पूजा-पाठ का आयोजन होता है। घरों और मंदिरों में भजन-कीर्तन होते हैं। हनुमान जी को प्रसन्न करने के लिए सिंदूर चढ़ाया जाता है और सुंदर कांड का पाठ करने का भी प्रावधान है। शाम की आरती के बाद भक्तों में प्रसाद वितरित करते हुए सभी के लिए मंगल कामना की जाती है।