उद्धव ने पीएम मोदी से कहा कि अगर आप शहरों को जोड़ना चाहते हैं, तो देश के एक छोर को दूसरे छोर से जोड़िए। शिवसेना प्रमुख ने कहा कि ‘मैं मोदी को बताना चाहता हूं कि पांच रोजमर्रा की चीजों की कीमत स्थिर होनी चाहिए। अगर रोजमर्रा की चीजों की कीमत अस्थिर रही, तो आपका बचा हुआ कार्यकाल भी अस्थिर हो जाएगा।
उन्होंने कहा कि पेट्रोल की कीमतों में 16 गुना इजाफा कर दिया गया है। पाकिस्तान में पेट्रोल के दाम भारत से भी कम हैं। अगर आप भारत में पेट्रोल पाकिस्तान से सस्ता उपलब्ध कराएं, तो हम आपकी तारीफ करेंगे। गौरतलब है कि उद्धव से पहले राज ठाकरे ने भी पीएम मोदी पर हमला बोला था। उन्होंने कहा कि अगर रेलवे ने यहां बुनियादी ढांचे में सुधार नहीं किया, तो वह मुंबई में बुलेट ट्रेन का काम शुरू नहीं होने देंगे। इस हादसे में 22 लोगों की मौत हो गई, जबकि 50 से ज्यादा लोग घायल हुए हैं।
दशहरा की बधाई देते हुए उद्धव ठाकरे ने कहा कि इतना बड़ा त्यौहार है, लेकिन हम टीवी और अखबारों में क्या देख पढ़ रहे हैं? यह बहुत ही दुखद है। लोगों ने मुझसे घटनास्थल पर जाने को कहा, लेकिन मैं नहीं गया। इससे राहत और बचाव कार्य प्रभावित होता। डॉक्टर, पुलिस और फायर ब्रिगेड अपना काम कर रही है और नेता लोग मीडिया को बाइट दे रहे हैं, इसलिए मैं घटनास्थल पर नहीं गया।
उन्होंने कहा कि अगर मोदी बुलेट ट्रेन चलाना चाहते हैं, तो गुजरात में चलाएं मुंबई में नहीं। अगर वे लोग फोर्स का इस्तेमाल करेंगे तो हमें सोचना पड़ेगा कि क्या करना है। 5 अक्टूबर को हम अपने अंदाज में चर्चगेट पर रेलवे अधिकारियों से पूछेंगे। रेलवे अधिकारियों के पास कोई जवाब नहीं है।
शिवसेना अध्यक्ष उद्धव ठाकरे ने भाजपा पर पलटवार करते हुए कहा कि वह हमें ‘देशभक्ति न सिखाए।’ मुंबई के शिवाजी पार्क में अपनी पार्टी की दशहरा रैली को संबोधित करते हुए उद्धव ने कहा कि ‘बीजेपी हमें देशभक्ति न सिखाए। अभी वह दिन नहीं आया है कि हमें देशभक्ति सिखाई जाए’ उन्होंने कहा कि ‘माहौल बनाया गया कि जो लोग नोटबंदी का समर्थन करते हैं, वह देशभक्त हैं और जो लोग इसका विरोध करते हैं, वे देशद्रोही हैं।’ वह पिछले वर्ष केंद्र सरकार द्वारा 500 और 1000 रुपये के नोट पर प्रतिबंध लगाने के निर्णय का जिक्र कर रहे थे।
उद्धव ने शिवसेना के कार्यकर्ताओं से प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी पर व्यक्तिगत हमला करने से बचने की अपील की। जैसा कि हाल में महंगाई के खिलाफ शिवसेना के प्रदर्शन के दौरान किया गया था। शिवसेना प्रमुख ने जम्मू-कश्मीर में पीडीपी के साथ भाजपा के सरकार में शामिल होने की असंगति की ओर भी इशारा किया था। उन्होंने पूछा कि ‘कश्मीर में आपका (भाजपा) पीडीपी से कैसा वैचारिक संबंध है? जम्मू-कश्मीर के विशेष दर्जे को क्यों नहीं खत्म किया जा रहा है?’उद्धव ने कहा कि हमने हिंदुत्व के लिए उस समय बीजेपी के साथ गठबंधन किया कि जब ‘हिंदुत्व’ को वर्जित शब्द माना जाता था। अगर वे (भाजपा) सोचते हैं कि हमारा उनके लिए कोई महत्व नहीं है, तो हम देखेंगे।’
मुंबई भगदड़ जनसंहार: शिवसेना
एक रेलवे स्टेशन पर शुक्रवार को हुई भगदड़ में 22 यात्रियों की मौत को भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की सहयोगी शिवसेना ने ‘जनसंहार’ करार दिया है। शिवसेना सांसद संजय राउत ने मीडिया से कहा कि एल्फिंस्टन रोड रेलवे स्टेश के फुट ओवरब्रिज पर मची भगदड़ भाजपा सरकार द्वारा लोगों का जनसंहार है।
एक रेलवे स्टेशन पर शुक्रवार को हुई भगदड़ में 22 यात्रियों की मौत को भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की सहयोगी शिवसेना ने ‘जनसंहार’ करार दिया है। शिवसेना सांसद संजय राउत ने मीडिया से कहा कि एल्फिंस्टन रोड रेलवे स्टेश के फुट ओवरब्रिज पर मची भगदड़ भाजपा सरकार द्वारा लोगों का जनसंहार है।
उन्होंने भाजपा की बुलेट ट्रेन परियोजना की भी आलोचना की और कहा कि यात्रियों की सुरक्षा व रक्षा को सर्वोच्च प्राथमिकता दी जानी चाहिए। अन्य शिवसेना नेताओं ने रेल मंत्री पीयूष गोयल के इस्तीफे की मांग की। पीयूष गोयल ने इसी महीने सुरेश प्रभु से पदभार ग्रहण किया है। शिवसेना नेताओं ने बुलेट ट्रेन परियोजना को रद्द करने की मांग की।
सैकड़ों की संख्या में शिवसेना कार्यकर्ताओं ने पीयूष गोयल व महाराष्ट्र के शिक्षा मंत्री विनोद तावडे के खिलाफ केईएम अस्पताल के पास नारेबाजी की। दोनों नेता घायलों को देखने केईएम अस्पताल पहुंचे थे। पीयूष गोयल शुक्रवार की दोपहर दशहरा की पूर्व संध्या पर कई नई उपनगरीय ट्रेन सेवाओं की शुरुआत करने के लिए पहुंचे थे, लेकिन हादसे के बाद उन्होंने अपने सभी कार्यक्रम रद्द कर दिए। मुंबई उपनगरीय नेटवर्क के अब तक के सबसे भयावह हादसे में एल्फिंस्टन रोड व परेल रेलवे स्टेशन को जोड़ने वाले सकरे फुट ओवरब्रिज पर मची भगदड़ में 22 यात्रियों की मौत हो गई व 32 घायल हो गए।
इस दुर्घटना को लेकर सोशल मीडिया पर आम लोगों में भारी आक्रोश भड़क गया है। लोगों ने यात्रियों की सुरक्षा व रक्षा को प्राथमिकता दिए बगैर सरकार की नई बुलेट ट्रेन परियोजना की घोषणा को लेकर काफी आलोचना की है।