एनआईए ने मुख्य साजिशकर्ता मोहम्मद हारून हाजी अब्दुल रहमान लाकड़ावाला ( 49 ) को मुंबई से गिरफ्तार कर लिया है। आपको बता दें कि 20 दिसंबर को भारतीय खुफिया एजेंसियों ने सात भारतीय नौसेना कर्मियों और एक हवाला ऑपरेटर की गिरफ्तारी के साथ पाकिस्तान से जुड़े जासूसी रैकेट का भंडाफोड़ किया था। लाकड़ावाला की गिरफ्तारी के साथ अब तक कुल 14 आरोपी गिरफ्तार किए गए हैं जिनमें 11 नौसेना के जवान और एक पाकिस्तानी मूल के भारतीय नागरिक शाइस्ता कैसर शामिल है।
गिरफ्तार नौसेना कर्मियों के खाते में भेजे पैसे गिरफ्तार लकड़ावाला सीमा पार व्यापार करने की आड़ में कई बार पाकिस्तानी जासूसों से मिलने पाकिस्तान के कराची गया था। इस दौरान वह दो पाकिस्तानी जासूस अकबर उर्फ अली और रिजवान के संपर्क में था | यह दोनों जासूस उसे नियमित अंतराल पर नौसेना कर्मियों के बैंक खातों में पैसा जमा करने के निर्देश दिए। फिलहाल पुलिस ने लगड़ावाला को गिरफ्तार कर उसके घर में तलाशी के दौरान एनआईए द्वारा कई डिजिटल डिवाइस और दस्तावेज जब्त किए गए हैं।
हनीट्रैप से जासूसों ने ली संवेदनशील जानकारी इस जासूसी केस में कथित रूप से नेवी से जुड़ी संवेदनशील जानकारियां ये नौसैनिक फेसबुक और व्हाट्सएप्प का प्रयोग कर नेवी अफसरों की गुप्त खबरें इन पाकिस्तानी जासूसों तक पहुंचाते थे | इन नवसैनिकों से यह जानकारियां हनीट्रैप से हासिल की गई थीं | इस का खुलासा होने के बाद नेवी ने नौसैनिकों के स्मार्टफोन और सोशल मीडिया का उपयोग करने पर प्रतिबंध लगा दिया था | सूत्रों की माने तो अभी तक जिन नौसैनिकों को गिरफ्तार किया गया है, उनकी पोस्टिंग आंध्र प्रदेश के विशाखापट्टनम के अलावा कर्नाटक के कारवार और महाराष्ट्र के मुंबई बेस पर थी। एनआईए ने विभिन्न धाराओं के तहत आरोपी के खिलाफ मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।