कम हुई थी बारिश पिछले साल मानसून में औसत से कम बारिश हुई थी। इस कारण महानगर की प्यास बुझाने वाली सभी झीलें लबालब नहीं हो पाई थीं। झीलों के जलस्तर को देखते हुए नवंबर महीने के दौरान महारानगर में 10 प्रतिशत पानी कटौती लागू की गई। पानी कटौती के चलते आर्थिक राजधानी के कई इलाकों में लोगों को परेशानी हो रही है।
बीएमसी की सलाह-बर्बाद न करें पानी बीएमसी प्रशासन ने मुंबईकरों से अपील की है कि पानी को बर्बाद न करें। साथ ही पानी का इस्तेमाल संभाल कर करें। प्रशासन और सत्ताधारी शिवसेना-भाजपा कुछ भी कहें, विपक्षी नगरसेवक मनपा पर कुप्रबंधन का आरोप लगाते रहे हैं। साथ ही पानी नियोजन पर भी विपक्षी दल मनपा प्रशासन को खरी-खोटी सुना रहे हैं।
इस्तेमाल होगा रिजर्व कोटे का पानी बीएमसी प्रशासन ने महानगर में पानी आपूर्ति के लिए भातसा और अपर वैतरणा में आरक्षित (रिजर्व) पानी के कोटे के इस्तेमाल का निर्णय लिया है। बीएमसी के जल विभाग की ओर से राज्य सरकार को इस बारे में चि_ी लिखी गई है।
झीलों में पानी का स्तर इस साल 12 अप्रैल को सात झीलों में 3,87,915 एमएलडी पानी उपलब्ध है, जबकि अप्रैल, 2018 में 5,76,168 एमएलडी पानी उपलब्ध था।
तालाब 2019 2018
अपर वैतरणा 48,964 33,926
मोडक सागर 41,541 66,439
तानसा 44,872 48,701
विहार 5,778 11,958
भातसा 1,92,593 2,60,675
तुलसी 3,376 3,618
मध्य वैतरणा 50,791 1,50,851