महाराष्ट्र सरकार को 1235 करोड़ का नुकसान
लॉक डाउन के चलते महाराष्ट्र सरकार को अप्रैल में 935 करोड़ रुपए के एक्साइज ड्यूटी का नुकसान हुआ है। इसमें दुकानदारों का नुकसान जोड़ लें तो लगभग 1265 करोड़ का नुकसान हुआ है। इससे पहले मार्च महीने में लगभग 300 करोड़ रुपए का एक्साइज ड्यूटी का नुकसान हुआ है। दुकानदारों का नुकसान जोड़कर यह रकम 380 करोड़ रुपए हो जाती है।
लॉक डाउन के चलते महाराष्ट्र सरकार को अप्रैल में 935 करोड़ रुपए के एक्साइज ड्यूटी का नुकसान हुआ है। इसमें दुकानदारों का नुकसान जोड़ लें तो लगभग 1265 करोड़ का नुकसान हुआ है। इससे पहले मार्च महीने में लगभग 300 करोड़ रुपए का एक्साइज ड्यूटी का नुकसान हुआ है। दुकानदारों का नुकसान जोड़कर यह रकम 380 करोड़ रुपए हो जाती है।
19,225.13 करोड़ की आमदनी का था अनुमान
गौरतलब है कि महाराष्ट्र सरकार के सारे राजस्व का 4.43 प्रतिशत का योगदान राज्य उत्पादन शुल्क का रहता है। महाराष्ट्र सरकार को 2017-18 में 13,449.65 करोड़, 2018-19 में 15,343.08 करोड़ राजस्व मिला था। जानकारों ने अनुमान लगाया था कि चालू वित्तीय वर्ष 2020-21 में 19,225.13 करोड़ की आमदनी हो सकती थी। यह पिछले साल से करीब 1,247.75 करोड़ रुपए अधिक राजस्व था।
गौरतलब है कि महाराष्ट्र सरकार के सारे राजस्व का 4.43 प्रतिशत का योगदान राज्य उत्पादन शुल्क का रहता है। महाराष्ट्र सरकार को 2017-18 में 13,449.65 करोड़, 2018-19 में 15,343.08 करोड़ राजस्व मिला था। जानकारों ने अनुमान लगाया था कि चालू वित्तीय वर्ष 2020-21 में 19,225.13 करोड़ की आमदनी हो सकती थी। यह पिछले साल से करीब 1,247.75 करोड़ रुपए अधिक राजस्व था।
महाराष्ट्र में 1555 वाइन शॉप
महाराष्ट्र वाइन मर्चेट एसोसिएशन के चेयरमैन दिलीप ग्यानानी ने पत्रिका को बताया कि महाराष्ट्र में 1555 वाइन शॉप हैं। मुंबई में 475 वाइन शॉप है। अप्रैल में 935 करोड़ रुपए का एक्साइज ड्यूटी का नुकसान हुआ है। पूरा नुकसान देखें तो लगभग 1265 करोड़ का नुकसान हुआ है। इससे पहले मार्च महीने में लगभग 300 करोड़ रुपए का एक्साइज ड्यूटी का नुकसान हुआ है।
महाराष्ट्र वाइन मर्चेट एसोसिएशन के चेयरमैन दिलीप ग्यानानी ने पत्रिका को बताया कि महाराष्ट्र में 1555 वाइन शॉप हैं। मुंबई में 475 वाइन शॉप है। अप्रैल में 935 करोड़ रुपए का एक्साइज ड्यूटी का नुकसान हुआ है। पूरा नुकसान देखें तो लगभग 1265 करोड़ का नुकसान हुआ है। इससे पहले मार्च महीने में लगभग 300 करोड़ रुपए का एक्साइज ड्यूटी का नुकसान हुआ है।
एक लाख करोड़ का टैक्स
दिलीप ने कहा कि शराब उत्पादक और विक्रेता सरकार को सालाना एक लाख करोड़ का टैक्स चुकाते हैं। हमारे काम से देश भर के 35 लाख किसानों की आजीविका सीधी जुड़ी हुई है। इसके साथ ही हमसे जुडें कांच, टिन, प्लास्टिक और कागज जैसे सैकड़ों सहयोगी उद्योगों का सालाना 600-700 करोड़ रुपए का टर्नओवर है। उन्होंने कहा कि कोरोना के चलते हमारी ड्यिूटी को 15 प्रतिशत बढ़ा दिया गया है। हम चाहते हैं यह टेंपरेरी होना चाहिए, कोरोना के बाद यह फिर से कम किया जाना चाहिए।
दिलीप ने कहा कि शराब उत्पादक और विक्रेता सरकार को सालाना एक लाख करोड़ का टैक्स चुकाते हैं। हमारे काम से देश भर के 35 लाख किसानों की आजीविका सीधी जुड़ी हुई है। इसके साथ ही हमसे जुडें कांच, टिन, प्लास्टिक और कागज जैसे सैकड़ों सहयोगी उद्योगों का सालाना 600-700 करोड़ रुपए का टर्नओवर है। उन्होंने कहा कि कोरोना के चलते हमारी ड्यिूटी को 15 प्रतिशत बढ़ा दिया गया है। हम चाहते हैं यह टेंपरेरी होना चाहिए, कोरोना के बाद यह फिर से कम किया जाना चाहिए।
मुंबई में 10 हजार से ज्यादा बार
वेस्टर्न इंडिया होटल और रेस्टॉरेंट एसोशिएसन के अध्यक्ष ने बताया कि भारत में बार और रेस्टॉरेंट इंड्रस्टी में सात मिलियन लोग काम करते हैं। मुंबई में लगभग 10 हजार बार और रेस्टॉरेंट हैं, जहां एक लाख से ज्यादा लोग काम करते हैं। महाराष्ट्र के होटलों और रेस्टॉरेंट में लगभग 10 से 15 करोड़ की शराब और बीयर पड़ी हुई है, जो लॉकडाऊन के दौरान खराब हो जाएगी। हमने सरकार से अनुमति मांगी,ताकि हम इसे बेच सकें। या कंपनियों से कहे कि वे लॉकडाउन खुलने पर हमारे खराब लिकर को रिप्लेस कर दें।
दुकानों में 15 दिन का माल
वेस्टर्न इंडिया होटल और रेस्टॉरेंट एसोशिएसन के अध्यक्ष ने बताया कि भारत में बार और रेस्टॉरेंट इंड्रस्टी में सात मिलियन लोग काम करते हैं। मुंबई में लगभग 10 हजार बार और रेस्टॉरेंट हैं, जहां एक लाख से ज्यादा लोग काम करते हैं। महाराष्ट्र के होटलों और रेस्टॉरेंट में लगभग 10 से 15 करोड़ की शराब और बीयर पड़ी हुई है, जो लॉकडाऊन के दौरान खराब हो जाएगी। हमने सरकार से अनुमति मांगी,ताकि हम इसे बेच सकें। या कंपनियों से कहे कि वे लॉकडाउन खुलने पर हमारे खराब लिकर को रिप्लेस कर दें।
दुकानों में 15 दिन का माल
दिलीप ग्यानानी ने बताया कि मार्च महीने में हर दुकान पर ज्यादा शराब दी जाती है। ऐसे में हर दुकान के पास पर्याप्त शराब है। मैं समझता हूं कि हर दुकान में लगभग 15 से 20 दिन का स्टॉक है। ऐसे में लोगों को हड़बड़ाने की जरूरत नहीं है।