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विप्र फाउंडेशन का ब्राह्मणों के लिए अनोखा कार्य

locationमुंबईPublished: Apr 10, 2019 05:53:35 pm

Submitted by:

Devkumar Singodiya

बेटी पढ़ाओ, बेटी बचाओ अभियान

बेटी पढ़ाओ, बेटी बचाओ

बेटी पढ़ाओ, बेटी बचाओ

मुंबई. विप्र फाउंडेशन अंतरराष्ट्रीय ब्राह्मणों की संस्था है। इसकी स्थापना 2009 में कोलकाता में हुई। संस्था के संस्थापक व संयोजक सुशील ओझा हैं, जो राजस्थान बीकानेर के मूल निवासी हैं। संस्था मूलभूत तीन उद्देश्यों को लेकर कार्यरत हैं, जिनमें स्वजातीय के लिए उत्थान, सामाजिक समरता, सजग राष्ट्रवाद के साथ ही शिक्षा के क्षेत्र में कार्य शामिल है।
संस्था समाज के जरूरतमंद विद्यार्थियों के उच्च शिक्षा के लिए दो लाख रुपया बिना ब्याज के सहयोग राशि के रूप में देती है, जब समाज का विद्यार्थी अपने पैरों पर खड़ा हो जाता है तब वह राशि संस्था को वापस करता है। इस कड़ी में कऱीब 140 विद्यार्थियों को यह अनुदान संस्था दे चुकी है और उसमें से लगभग 38 विद्यार्थियों ने अपने पैरों पर खड़े होकर संस्था को यह राशि लौटा भी दी। साथ ही उन्होंने भी एक एक उच्च शिक्षा ग्रहण करने वाले विद्यार्थी का खर्चा वहन करने का निश्चय किया।
शिक्षा निधि के लिए प्रतिदिन समाज का कोई न कोई व्यक्ति कम से कम 11, हज़ार रुपया का सहयोग संस्था को करते आ रहा है। शिक्षा के क्षेत्र में यह एक अद्भुत प्रयोग साबित हुआ है जहां लेने वालों से देने वाले क़तार में खड़े हैं। समाज के सभी दान दाताओं का संस्था अभिनंदन करती है। स्वास्थ्य क्षेत्र में संस्था सामूहिक बीमा योजना के अंतर्गत हर एक ज़रूरी मांग ब्राह्मण को दो लाख रुपए का हेल्थ कार्ड प्रदान करती है अभी तक तकरीबन 10, हज़ार परिवारों को संस्था विप्र जन स्वास्थ्य कार्ड दे चुकी है।
संस्था की अन्य गतिविधियां
अभी तक संस्था ने पांच महाकुंभ का आयोजन किया है। महाकुंभ से तात्पर्य यह संस्था सभी सदस्यों को आमंत्रित करती है, जिसमें लाखों ब्राह्मण एकत्रित होते हैं, मंथन करते हैं और निर्णय पर पहुंचते हैं। पहला महाकुंभ कोलकाता, दूसरा गुवाहाटी, तीसरा महाकुंभ दिल्ली, चौथा महाकुंभ जयपुर और पांचवां महाकुंभ गुजरात के सूरत शहर में हो चुका है। जयपुर के महाकुंभ में दोनों राजनैतिक पार्टियों के प्रतिनिधियों को आमंत्रित गया, वहां उनके सामने ब्राह्मणों के लिए आरक्षण का मुद्दा रखा गया। जिसमें दोनों भारतीय जनता पार्टी एवं कांग्रेस पार्टी यह आश्वासन दिया कि हम ब्राह्मणों को 14 फीसदी आरक्षण देने के प्रस्ताव को विधानसभा में रखेंगे। यह विधेयक पारित भी हुआ और केंद्र को भेज दिया गया। केंद्र के पास विचाराधीन है। संस्था के कार्यों को देखते हुए राजस्थान सरकार ने शिक्षा के क्षेत्र में संस्था काम करने के लिए राजस्थान सरकार ने जयपुर में 16 एकड़ भूमि संस्था को अलॉट की है, जिसमें संस्था मेडिकल कॉलेज इंजीनियरिंग कॉलेज से आदि उच्च शिक्षा के लिए अपना परिकल्प तैयार कर रही है। ब्राह्मण विद्यार्थियों को रहने के लिए छात्रावास की भी व्यवस्था कर रही है। कलकत्ता में कऱीब दो करोड़ की लागत से विप्र सभागृह का निर्माण कार्य जोरों पर चल रहा है।

बेटी पढ़ाओ, बेटी बचाओ अभियान जारी
किशन जोशी राष्ट्रीय संयोजक विप्र फाउंडेशन संस्था के संस्थापक सदस्य व समाजसेवक हैं। इनका मानना है कि सनातन संस्कृति अंतर्गत विवाह में कन्या वर से सात वचन लेती है, उसके बाद में विवाह संपन्न माना जाता है। यह परम्परा भी वैदिक काल से ब्राह्मणों ने ही प्रारंभ की थी, विप्र फाउंडेशन ने इसमें आठवां वचन भी जोड़ा है।
विवाह के समय कन्या व वर पक्ष दोनों ही भ्रूण हत्या रोकने के लिए वचन लेते हैं। परिवार में न भ्रूण हत्या के बारे में सोचेंगे, न ही इसे बढ़ावा देंगे और न ही मौन स्वीकृति देंगे। अर्थात भ्रूण हत्या हमारे दोनों परिवारों में कभी नहीं होगी। ऐसे अनेक प्रकल्प विप्र फ़ाउंडेशन के माध्यम से समाज में चलाया जा रहा है।
बेटी पढ़ाओ, बेटी बचाओं के अभियान में भी हम बढ चढ़कर के भाग ले रहे हैं। सनातन परम्परा के पहरे के रूप में हम निरंतर काम करते रहेंगे। गो रक्षा, वैदिक शिक्षा, संस्कार के प्रति संस्था समर्पित हैं।

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