अंधेरी एमआईडीसी की ट्रांस सोसायटी में पानी के लिए हाहाकार
मुंबईPublished: May 29, 2019 05:47:31 pm
टैंकर के पानी से बीमार हो रहे बच्चे
अंधेरी एमआईडीसी की ट्रांस सोसायटी में पानी के लिए हाहाकार
मुंबई. गर्मी की शुरुआत मे ही अंधेरी, एमआईडीसी ईलाके के ट्रांस रेसिडेंसी सोसायटी के 300 परिवार पानी की किल्लत का सामना कर रहे हैं। सोसायटी मे पिछले दो महीने से मनपा का पानी नहीं आ रहा। मजबूरन लोगों को टैंकर का पानी पीना पड़ रहा है।
ट्रांस रेसिडेंसी मे पानी की विकट समस्या ने यह हालत पैदा कर दिया है कि लोगों के आर्थिक हालात बिगडने लगा है। इस सोसायटी के कुल तीन सौ फ्लैटों में करीब 1200 लोग निवास करते हैं। इनमें राजस्थानी, हिंदी भाषियों की बड़ी संख्या है।
सोसायटी के सदस्य गौरव गुप्ता इस समस्या को लेकर ‘पत्रिका’ से मिले। इसके बाद पत्रिका टीम ट्रांस रेसिडेंसी सोसायटी जाकर हकीकत जाना। पत्रिका के पहुंचने की खबर सुन बड़ी संख्या मे सोसायटी की महिलाएं भी सोसायटी के लान मे पहुंच गईं। सभी ने बारी-बारी से अपनी समस्या बताई। दो महीने से मनपा का पानी नहीं आने से लोग टैंकर का दूषित पानी पीकर बीमार हो रहे हैं। खासकर बच्चे बीमारियों की चपेट मे आ रहे हैं।
क्या है असली समस्या
ट्रांस सोसायटी मे दो महीने पहले नियमित पानी आता था। फिर अचानक अनियमित हो गया। सोसायटी ने जब मनपा के/ पूर्व वार्ड वाटर विभाग से संपर्क किया तो बताया गया कि, पाईप लाईन की रिपेयरिंग का काम चल रहा है। इसके बाद जो थोड़ा बहुत पानी आ रहा था वह भी बंद हो गया। 12 मई को सोसायटी की ओर से के/पूर्व वार्ड को एक पत्र लिखा गया। जवाब मे मनपा भीर वही रटा रटाया जवाब दिया पाईप लाईन का काम चल रहा है।
मनपा का जवाब
इस संबंध मे पूर्व वार्ड के वाटर विभाग के संबंधित अधिकारी आदित्य जोग से बात की तो उन्होंने बताया उक्त सोसायटी को तानसा डैम से पानी की सप्लाई दी जा रही है। जिस पाईप लाईन से सप्लाई होती है उसमें जगह-जगह लिकेज है। अगर ज्यादा दबाव से पानी की सप्लाई होती है तो ऐसे मे पाईप के फटने का डर है। इसी वजह से कम दबाव मे पानी भेजा जा रहा है। सोसायटी की उंचाई ज्यादा होने की वजह से पानी वहां तक पहुंचने में दिक्कत हो रही है। सोसायटी के लोगों का इसके विपरीत कहना है कि, कम दबाव की समस्या सिर्फ हमारे यहां ही क्यों? जबकि इसी सोसायटी से सटे ज्यादा उंचाई वाले स्लम इलाके में पानी कैसे पहुंच रहा है? फिलहाल मनपा अधिकारियों के पास इसका कोई ठोस जवाब नहीं है।
स्लम में पानी की बर्बादी
पत्रिका ने अपनी तहकीकात मे पाया की स्लम इलाके मे गैरकानूनी ढंग से वाटर पंप लगा कर मनपा की पाईप लाईन से पानी खींचा जा रहा है। इतना ही नहीं बस्ती के लिए जगह-जगह रखे पानी की टंकियों से पानी बह रहा है। आखिर मनपा अधिकारी इस बर्बादी के खिलाफ कार्रवाई क्यों नहीं कर रहे हैं।
सोसायटी सदस्यों को आर्थिक चपत
पाइप लाइन से पानी नही मिलने की वजह से टैंकर द्वारा मनपा का पीने का पानी मंगाना प? रहा है। ट्रांस रेसिडेंसी मे कुल 6 सोसायटियां हैं। एक सोसायटी में प्रति दिन दो टैंकर पानी आता है। रोजाना 12 टैंकर । एक टैंकर पानी के लगभग दो हजार रुपए चुकाने पड़ रहे हैं।