scriptSocial Media की मदद से पाकिस्तान में मिली महिला, 20 साल पहले मुंबई से हुई थी लापता | Woman found in Pakistan with the help of social media, went missing from Mumbai 20 years ago | Patrika News

Social Media की मदद से पाकिस्तान में मिली महिला, 20 साल पहले मुंबई से हुई थी लापता

locationमुंबईPublished: Aug 01, 2022 10:20:14 pm

Submitted by:

Siddharth

काम के मामले में विदेश जाने के बाद 20 साल पहले लापता हुई मुंबई की एक महिला को सोशल मीडिया की मदद से पाकिस्तान में मिली है। बेटी ने भारत सरकार से महिला को वापस लाने में मदद करने की मांग की है।

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Hameeda Bano

मुंबई में करीब 20 साल पहले काम के संबंध में विदेश जाने के बाद लापता हो गई मुंबई की एक महिला हमीदा बानो (70) को सोशल मीडिया की मदद से पाकिस्तान में ढूंढ निकाला गया है। पाकिस्तान के हैदराबाद शहर में रहने वाली हमीदा बानो साल 2002 में दुबई में घरेलू सहायिका के रूप में काम करने के लिए मुंबई से गई थी। हाल ही में हमीदा बानो ने मुंबई के कुर्ला में अपने परिवार से सोशल मीडिया की मदद से संपर्क कर लिया है।
हमीदा बानो के परिवार के मुताबिक, पाकिस्तान में एक कार्यकर्ता वलीउल्लाह मरूफ ने हमीदा बानो से मुलाकात की और हमीदा ने उसे बताया कि 20 साल पहले दुबई में काम दिलाने का वादा करके एक एजेंट ने उनके साथ धोखा किया और दुबई के बदले पाकिस्तान भेज दिया।
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परिवार वालों ने आगे बताया कि हमीदा बानो पाकिस्तान के सिंध प्रांत के एक प्रमुख शहर हैदराबाद में रहने लगी और बाद में वहां के एक स्थानीय व्यक्ति से शादी कर ली, जिससे उसे एक बच्चा हुआ। लेकिन कुछ दिनों बाद हमीदा बानो के पति की मौत हो गई। बता दें कि पाकिस्तान के एक यूट्यूबर ने हमीदा बानो की कहानी सुनकर उनका एक वीडियो बनाकर अपने यूट्यूब चैनल पर अपलोड किया और मुंबई में एक सामाजिक कार्यकर्ता की तलाश की, जो उसकी मदद कर सके। आखिर में उन्हें एक खफ्लान शेख नामक व्यक्ति मिल गया।
इसके बाद खफ्लान शेख ने अपने स्थानीय समूह में इस वीडियो शेयर किया और उन्होंने हमीदा बानो की बेटी यास्मीन बशीर शेख का पता लगाया, जो कुर्ला के कसाईवाड़ा इलाके में रहती है। हमीदा बानो की बेटी यास्मीन ने बताया कि उनकी मां एक एजेंट के माध्यम से काम के सिलसिले में 2002 में दुबई चली गई थी। हालांकि, एजेंट ने उन्हें धोखे से पाकिस्तान भेज दिया।
यास्मीन ने आगे कहा कि हम उसके ठिकाने से अनजान थे और उसी एजेंट के द्वारा सिर्फ एक बार उससे संपर्क कर सके। एजेंट ने कहा था कि बानो घरेलू सहायिका के रूप में काम करने के लिए कतर भी गई थी। यास्मीन ने कहा कि हमें बहुत खुशी है कि हमारी मां जिंदा है और सुरक्षित है। अब हम भारत सरकार से अपील करते है कि उसे वापस लाने में हमारी मदद करे। परिवार ने पाकिस्तान उच्चायोग से संपर्क करने की योजना बनाई है, जिससे हमीदा बानो को सुरक्षित घर वापस लाया जा सके।
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