लोरमी. नायब तहसील तहसील दार के खिलाफ अधिवक्ता संघ ने शुक्रवार को धरना दिया। नायब तहसीलदार पर आरोप है कि उसने अधिवक्ता संघ अध्यक्ष के साथ दुव्र्यहार किया है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार घटना 16 फरवरी को एक केस के सिलसिले में अधिवक्ता संघ अध्यक्ष लक्ष्मी सेवक पाठक नायब तहसीलदार संजय राठौर के कोर्ट में गए। वहां नायब तहसीलदार राठौर ने आपको किसने बुलाया है। कोर्ट से बाहर चले जाओ, कहकर अपमानित और दुव्र्यहार किया। घटना की जानकारी मिलते ही अधिवक्ता संघ ने कुछ मिनट में ही तहसील कार्यालय के सामने नायब तहसीलदार के खिलाफ नारेबाजी करते हुए धरना दे दिया। धरना पश्चात मामले को लेकर एसडीएम की उपस्थिति में सभा कक्ष में अधिवक्ता संघ और नायब तहसीलदार राठौर की बैठक हुई। इस दौरान एसडीएम ने दोनों पक्षों को सुना। अंत में अधिवक्ता संघ की ओर से एक ज्ञापन सौंपा गया, जिसमें अग्रिम कार्रवाई नहीं होने पर न्यायालय का बहिष्कार करने की चेतावनी दी गई है। ज्ञापन सौंपने वालो में हरसेवक पाठक, रमाकंात कश्यप, रवि शर्मा,
धर्मेंद्र ठाकुर, अशोक उपाध्याय, जितेंद्र ठाकुर, तिलक राजपूत, सुरेश जायसवाल व विरेंद्र कश्यप सहित अधिवक्ता संघ के सदस्य शामिल है।
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मंदिर के प्रधानाचार्य गोविंद साहू के विरुद्ध नायब तहसीलदार संजय राठौर के न्यायालय में प्रकरण लंबित है। इस मामले में बिना किसी जानकारी के उस पेशी की तारीख बदल दी गई। वहीं नायब तहसीलदार द्वारा फोन कर न्यायालय में उपस्थित होने के लिए कहा गया। तब सरपंच और उसके पति स्वयं उपस्थित भी हुए। तब नायब तहसीलदार राठौर द्वारा कहा गया कि मैं कार्रवाई कर दिया हूं। सरपंच सचिव उपस्थित रहें। यहां से मत जाना। इसकी जानकारी गोविंद साहू अपने अधिवक्ता लक्ष्मी सेवक पाठक को दी। इस मामले को लेकर 16 फरवरी को अधिवक्ता पाठक नायब तहसीलदार के कोर्ट में गए तो नायब तहसीलदार द्वारा उन्हें कहा गया कि तुम कैसे आए हो। न्यायालय से बाहर निकलो। ऐसा कहकर अपमानित किया गया। इस मामले में जहां एसडीएम का कहना है कि मामले में समझौता हो गया है, वहीं अधिवक्ता संघ का कहना है कि संघ की बैठक के बाद निर्णय लिया जाएगा।
अधिवक्ता संघ लोरमी अध्यक्ष लक्ष्मी सेवक पाठक ने बताया कि नायब तहसीलदार ने मेरे साथ दुव्र्यहार किया है। अधिवक्ता संघ की ओर से कार्रवाई की मांग को लेकर एसडीएम को ज्ञापन सौंपा गया है।
नायब तहसीलदार संजय राठौर ने बताया कि प्रशासनिक बातों को लेकर मैंने सरपंच और उसके पति को बुलाया था, लेकिन उनके साथ अधिवक्ता भी आ गए और बहस करने लगे। मैंने कहा अभी कोर्ट नहीं चल रहा है। आप बाहर जाइये। केश चलेगा तब आइएगा।
एसडीएम सीएस पैकरा का कहना है कि घटना के बाद मैंने अधिवक्ता संघ और नायब तहसीलदार को बैठाकर दोनों पक्षों को सुना। फिलहाल दोनों पक्षों में समझौता हो गया है।
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