सभी शिक्षकों को चाहिए कि हिन्दी भाषा के लिए बच्चों को करते रहें प्रेरित
मुंगेलीPublished: Sep 15, 2018 12:41:21 pm
हिन्दी दिवस पर शिक्षण संस्थाओं में आयोजित किए गए कार्यक्रम
सभी शिक्षकों को चाहिए कि हिन्दी भाषा के लिए बच्चों को करते रहें प्रेरित
लोरमी. हिन्दी हंै हम, हिन्दी रहेगें, भारत माता के शान है हम, हिन्दी हमारी जान है। उक्त बाते संकुल समन्वयक शरद डड़सेना ने बिठलदह संकुल के अंतर्गत शासकीय प्राथमिक शाला टेकनपारा में आयोजित हिन्दी दिवस पर कही।
उन्होंने हिन्दी के बारे में विस्तार से बताते हुए कहा कि हिन्दी एक ऐसी भाषा है, जिसकी पहचान भारत से होती है। बच्चों को हिन्दी भाषा के लिए प्रेरित करना चाहिए। सभी शिक्षकों को हिन्दी के प्रयोग के लिए बच्चों को प्रेरित करते रहना चाहिए। कक्षा गत कार्यों में जयादा से ज्यादा प्रयोग हमें हिन्दी भाषा का करना चाहिए। नवप्रवेशी बच्चों को छत्तीसगढ़ी भाषा से जोड़ते हुए हिन्दी की ओर आगे बढ़ाते रहना चाहिए। कार्यक्रम मेे राज्य स्तर के मानस दोहा गायन के विजेता सशिमं के छात्र अक्षत शर्मा के द्वारा बच्चों को हिन्दी व्याकरण व रसों के बारे में विस्तार से समझाया गया। वहीं रामचरित मानस के दोहों पर अधारित संगीतमयी अंत्याक्षरी प्रतियोगिता का आयोजन भी बच्चों के साथ मिलकर किया गया। एल्डरमैन शैलेन्द्र जायसवाल ने कार्यक्रम की प्रसंशा करते हुए हिन्दी दिवस की बधाई दिए और कहा कि आने वाले पीढ़ी को हमें हिन्दी के लिए इसी तरह जागरूक बनाते रहना चाहिए। सरपंच प्रतिनिधि प्रीतम दिवाकर ने कहा कि हिंदी के प्रचार प्रसार के लिए सभी को प्रयास करते रहना चाहिये। कार्यक्रम में स्कूल के नन्हे मुन्ने बच्चों ने गीत-कविता गाकर अपनी अपनी भागीदारी निभाई। शाला के शिक्षक दिलीप राजपूत ने वाद्ययंत्रों के साथ गीतों की प्रस्तुति दी। इससे पूर्व कार्यक्रम का शुभारंभ मां सरस्वती के चित्र के समक्ष दीप प्रज्ज्वलित कर किया गया। कार्यक्रम में सरपंच जमुना प्रीतम दिवाकर, एल्डरमेन शैलेन्द्र जायसवाल भी शामिल हुए। कार्यक्रम का संचालन राजेन्द्र कुमार कौशिक व आभार प्रदर्शन हीरादास गायकवाड़ ने किया। इस अवसर पर फागेराम खांडे, पदुमदास गायकवाड़, जय त्रिपाठी, समीक्षा त्रिपाठी, रामशरण यादव, गुरुचरण यादव, रानी यादव, श्यामा बाई, कुंजी बाई व सविता यादव आदि मौजूद रहीं।
कार्यक्रम में बच्चों को दी गई हिन्दी दिवस के बारे में जानकारी: मुंगेली. शासकीय पूर्व माध्यमिक शाला में हिंदी दिवस पर कार्यक्रम आयोजित किया गया। इस दौरान बच्चों ने हिंदी में कविता, कहानी सुनाया। सर्वप्रथम कार्यक्रम के प्रारम्भ में विद्यालय के शिक्षक-शिक्षिकाओं के द्वारा मां सरस्वती का पूजन किया गया। इसके पश्चात हिंदी दिवस के अवसर पर आयोजित कार्यक्रम में अपना विचार रखते हुए शिक्षिका आभा सोनी ने बताया कि 14 सितम्बर 1949 को हिंदी को राजभाषा का दर्जा दिया गया, तब से 14 सितंबर को हिन्दी दिवस मनाया जाने लगा। कार्यक्रम में उपस्थित बच्चों के द्वारा हिंदी में कविता, कहानी एवम पुस्तक वाचन किया गया। इस अवसर पर अरुण बघेल, दीप्ति उपाध्याय, बिलिन बेन ,खुशबू दुबे व मोहन श्रीवास सहित अन्य शिक्षक एवं बच्चे उपस्थित रहे।