ब्रह्मा की सृष्टि में मानव का जन्म सबसे उत्तम है- भागवत
मुंगेलीPublished: Feb 20, 2019 08:05:46 am
धार्मिक आयोजन: ग्राम सिपाही में अखंड नवधा भक्ति समारोह आयोजित
ब्रह्मा की सृष्टि में मानव का जन्म सबसे उत्तम है- भागवत
मुंगेली. समीपस्थ ग्राम सिपाही में विगत 46 वर्षों से श्रीरामचरितमानस का अखंड नवधा भक्ति समारोह का आयोजन हो रहा है। इसके आचार्य पंडित जगकुमार शास्त्री एवं उप आचार्य पंडित भोलेश्वर शास्त्री हैं।
पंचम दिवस में पंडित भागवत शास्त्री भागवताचार्य बेलसरी ने कहा कि ब्रह्मा के सृष्टि में 84 लाख योनी का सृजन किया गया है। इनमें अति उत्तम जन्म मनुष्य का जन्म है और यह जन्म सुमेरू है। अर्थात इससे हम सीधा मोक्ष प्राप्त कर सकते हैं। यह जन्म मनुष्य बड़े ही भाग से मिलता है। मनुष्य जन्म, जन्मों के पुण्य से प्राप्त होता है। अत: हमें मनुष्य जन्म पाकर सद्कर्मो में इसे लगा देना चाहिए। उन्होंने श्री रामचरित मानस के प्रादुर्भाव पर बताया कि भगवान शंकर को एक बार इच्छा हुई नृत्य करने की। उनके पास कोई वाद्य यंत्र नहीं था तो उन्होंने डमरू बजाया। डमरू के रस्सी की गांठ से एक तरफ की ताल में 9 बार और दूसरे तरफ के ताल में 5 बार ध्वनि निकली। इससे 14 सूत्र निकला, जिससे ही भगवान शंकर ने रामायण की रचना कर के मन में रख लिया एवं समय आने पर मां पार्वती को पूरे सृष्टि में सर्वप्रथम सुनाया। यही आगे चलकर हम कलयुगी प्राणियों के उद्धार के लिए गोस्वामी तुलसीदास ने श्री राम चरित मानस की रचना किया। इस दौरान डॉ. कैलाश साहू, रामा साहू सरपंच, लीला साहू, भाई राम साहू, हजारी साहू ,डोमा साहू व मोहित साहू के साथ ही सिपाही व आसपास के ग्रामों के श्रद्धालु मौजूद रहे।