आर्थिक रूप से पिछड़े छात्रों को हर संभव मदद दी जाएगी: धर्मजीत सिंह
मुंगेलीPublished: Jan 23, 2019 12:38:49 pm
राजीव गांधी शासकीय महाविद्यालय का वार्षिक स्नेह सम्मेलन…
आर्थिक रूप से पिछड़े छात्रों को हर संभव मदद दी जाएगी: धर्मजीत सिंह
लोरमी. राजीव गांधी शासकीय कला एव वाणिज्य महाविद्यालय में मंगलवार को प्रतिवर्ष की भांति इस वर्ष भी वार्षिक स्नेह सम्मेलन एव पुरस्कार वितरण समारोह का आयोजन किया गया। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि लोरमी विधानसभा के विधायक धर्मजीत सिंह रहे व अध्यक्षता जनपद पंचायत अध्यक्ष वर्षा विक्रम सिंह ठाकुर ने की। अतिविशिष्ट अतिथि श्याम सुन्दर शांडिल्य, विशिष्ट अतिथि मनीष त्रिपाठी, गुरमीत सलूजा, राकेश छाबड़ा, रवि शर्मा, अविश यादव, अशोक शर्मा, आनन्द श्रीवास, रामेश्वर मौजूद रहे।
प्रो नरेंद्र सलूजा ने बताया कि सरस्वती वंदना व राष्ट्रगान के साथ कार्यक्रम का शुभारंभ हुआ। संचालक प्रो एचएस राज ने एएन हार चाहिए एन उपहार चाहिए, भर दे हौसला तन मन में, बस ऐसा उदगार चाहिए….पंक्ति से सभी का स्वागत किया। आकांक्षा शर्मा, निशा राजपूत व स्नेहा यादव ने सरस्वती वंदना की प्रस्तुति दी। प्राचार्य डॉ एनके ध्रुवे ने स्वागत भाषण तथा छात्र संघ की तरफ से एमए पूर्व की छात्रा माधुरी साहू द्वारा मांग पत्र का वाचन किया गया। उद्बोधन की कड़ी में गुरमीत सलूजा ने सम्मेलन का उद्देश्य को बताते हुए विभिन्न क्षेत्रों एव अलग अलग जातियों के छात्र छात्राओं के मध्य स्नेह का बन्धन बनाए रखने की अपील की। श्यामसुंदर शांडिल्य ने कहा कि महाविद्यालय का मंच एक ऐसा मंच है, जहां छात्र अपनी प्रतिभा एकला को उभारने का कार्य करते हैं। इसी प्रतिभा के बल पर विद्यार्थी विभिन्न रचनात्मक विधाओं में निरन्तर अपना एव महाविद्यालय का नाम रोशन करते हैं। वर्षा विक्रम सिंह ठाकुर ने समाज, शिक्षा तथा शिक्षकों की भूमिका विषय पर अपने विचार प्रकट करते हुए कहा कि शिक्षा का आशय केवल शिक्षित होना ही नही है, बल्कि शिक्षा विद्यार्थी को संस्कार, अनुशासन, शिष्टाचार आदि भी सिखाती है। इसी माध्यम से व्यक्ति विकास के सोपान पार करता हैं। मुख्य अतिथि धर्मजीत सिंह ने एगम की अंधेरी रात में, दिल को न बेकरार करए, सुबह जरूर आएगी, सुबह का इंतजार कर…पंक्ति से अपने विचार प्रकट करते हुए कहा कि मैं बनारस, चेन्नई, बैंग्लूर आदि के कॉलेजों में गया हूं। परन्तु जैसा इस कॉलेज का वातावरण है वैसा किसी अन्य जगह नही है। यहां के प्राध्यापक शिक्षा के प्रति समर्पित हैं। उन्होंने आगे कहा कि यहां के ऐसे विद्यार्थी जो आर्थिक रूप से पिछड़े हुए हैं, उन्हें हमारी तरफ से आवश्यक मदद की जाएगी ताकि उनका भी नैसर्गिक विकास हो सके। मांग पत्र के बारे में उन्होंने कहा कि अतिरिक्त कक्ष के निर्माण के लिए उच्च शिक्षा मंत्री से बात कर ली गई है तथा इसका समाधान शीघ्र होगा। इसके अलावा विज्ञान संकाय के रिक्त पदों के लिए जरूरी प्रयास करेंगे। उद्बोधन के पश्चात मुकेश राठौर, मनी राम, श्रवण सोनी, सुभाष साहू, बजरंग बंजारा, सुनीता बंजारे, लीलाधर साहू, सोमेश श्रीवास, अश्वनी कुमार, नन्दनी मिरी, अमन गुप्ता, रवि भास्कर, रश्मि कैवर्त, अनिल महिलांगे आदि को खेल, रासेयो रचनात्मक आदि विधाओं के लिए अतिथियो के द्वारा पुरस्कार दिया गया। महाविद्यालय की तरफ से सभी अतिथियों को स्मृति चिन्ह भेंट किया गया। पुरस्कार वितरण के पश्चात सांस्कृतिक कार्यक्रम का आरम्भ हुआ। इसमें सर्जिकल स्ट्राइक, पंथी नृत्य, आधुनिक शिक्षा, कर्मा नृत्य आदि नाटक, गीतों को शुभमं, अंजलि, सुनीता, झरना, पालन, संदीपा, नन्दाए, छत्रपतिए, ज्योति, पिकेश, प्रीति, बजरंग नेहा, पायल, स्नेहा, जानकी, मुकेश, नंदिनी, कृति, भावी, मीनाक्षी अजय आदि के द्वारा प्रस्तुत किया गया। कार्यक्रम के अंत में आभार छात्र राजवीर के द्वारा किया गया। कार्यक्रम के दौरान प्रो जे आर ध्रुव, प्रो एनएस परस्ते, प्रो एस के जांगड़े, प्रो आर एस साहू, प्रो ए के पन्ना, प्रो निधि सिंह, प्रो प्रवीण सिंह, पी पी लाठिया, आर के श्रीवास्तव, कसल सेन, श्रवण खांडे, अमित केवट, साधना सीमा, गंगा, ऋतु आदि उपस्थित थे।